इजरायल की सेना अब गाजा पट्टी पर जमीनी अभियान चलाने के लिए पूरी तरह तैयार है। माना जा रहा है कि इजरायल ने गाजा पर कब्जा करने की पूरी तैयारी कर ली है।
इजरायल के लाखों सैनिक टैंक, ड्रोन और घातक हथियारों के साथ सीमा पर इंतजार कर रहे हैं। इजलायली सेना ने यहां तक कह दिया है कि अब उन्हें हमास की राजनीतिक और सैन्य क्षमता को पूरी तरह खत्म कर देना है।
जाहिर सी बात है कि गाजा से फिलिस्तीनियों को भगाने की बात हो रही है। माना जा रहा है कि यह 2006 के बाद इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेश होने वाला है।
महीनों चल सकता है खूनी खेल
इजरायल की सेना अगर गाजा में प्रवेश करती है तो यहां महीनों तक खूनी खेल चल सकता है। वहीं इजरायल का कहना है कि हमास के पास जो इजरायली बंधक हैं उन्हें वह मार रहा है। वह फिलिस्तीनी नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
कहा जा रहा है कि इजरायल गाजा में सबसे पहले शहरी इलाकों पर कब्जा करेगा और हमास का सफाया करेगा। वहीं हिजबुल्लाह भी हमास का साथ देने और इजरायल के खिलाफ लड़ने की बात कह चुका है। अगर वह भी इस युद्ध में उतर जाता है तो जंग और भी खतरनाक हो जाएगी।
गाजा में प्रवेश कर चुके हैं इजरायली सैनिक
शुक्रवार को ही गाजा की सीमा में इजरायल के सैनिक दाखिल हो चुके हैं और वे बड़े अभियान की तैयारी में जुटे हैं। वहीं हमास के लड़ाके भी बंकर और सुरंगों में घुसकर अपनी तैयारी कर रहे हैं।
पहले इजरायल ने शनिवार या रविवार में ही पूरी ताकत से गाजा पर हमला करने का प्लान बना लिया था लेकिन मौसम आड़े आ गया।
आसमान में घने बादल होने की वजह से इजरायल की सेना को हवाई सपोर्ट नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में हेलिकॉप्टर, जेट और ड्रोन का संचालन मुश्किल हो रहा था। इजरायल का प्लान है कि जमीन से हमला किया जाए तो हवाई कवर भी मौजूद रहे। वहीं इजरायल भी गाजा पर हवा, जमीन और पानी तीनों तरफ से वार करना चाहता है।
फिलिस्तीनियों का कहना है कि अगर युद्ध इस स्तर तक पहुंचा तो ज्यादातर मासूम ही मारे जाएंगे। ऐसे में उन्होंने अपील की है कि आम नागरिकों को इससे अलग रखा जाए।
इजरायल की सरकार ने अब तक यह साफ नहीं किया है कि वह दक्षिणी गाजा पर कब्जा करना चाहती है या नहीं। अब तक केवल बंधकों की बात की जा रही है।
हालांकि जानकारों का कहना है कि गाजा का नियंत्रण वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनी प्रशासन को दिया जा सकता है। 2007 में हमास की वजह से उन्हें गाजा छोड़ना पड़ा था। अगर ऐसा भी होता है तो गाजा का प्रशासन इजरायल की कठपुतली की ही तरह काम करेगा और उसका नियंत्रण बना रहेगा।