पाकिस्तान ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी पर नाखुशी जताई।
पाकिस्तान ने कहा कि दक्षिणी सिंध प्रांत के संबंध में उनकी टिप्पणी गंभीर चिंता का विषय है।
हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान आदित्यनाथ ने सिंधु वापस लेने की बात कही थी और राम मंदिर का जिक्र किया था।
दो दिवसीय राष्ट्रीय सिंधी सम्मेलन को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि अगर श्रीराम जन्मभूमि को 500 साल बाद वापस लिया जा सकता है, तो कोई कारण नहीं है कि हम सिंधु (पाकिस्तान का सिंध प्रांत) को वापस नहीं ले सकते हैं।
इस मुद्दे पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि राजनेता की टिप्पणियां अखंड भारत (अविभाजित भारत) के अनावश्यक दावे से प्रेरित हैं।
यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने भारत से पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण और समृद्ध दक्षिण एशिया के निर्माण के लिए उनके साथ काम करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा की गई बेहद गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की निंदा करते हैं।’
बलूच ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) अपने विभाजनकारी और संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के विचारों को तेजी से बढ़ावा दे रहे हैं।