नकली इजरायल बसाकर प्रैक्टिस, ढूंढे हमले के घातक तरीके; हमास आतंकियों पर नया खुलासा…

आतंकी संगठन हमास के इजरायल पर हमले को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। 

इसके मुताबिक इस हमले के लिए हमास ने फुलप्रूफ प्लान तो बनाया ही था, साथ ही उसने एक नकली इजरायल बसाकर वहां पर हमले की प्रैक्टिस की थी।

जानकारी के मुताबिक यह नकली इजरायल गाजा में बसाया गया था। हमास से जुड़े करीबी सूत्रों के मुताबिक इस पूरे अभ्यास का वीडियो भी तैयार किया गया था। 

नजरों में धूल झोंक हमले के लिए किया जा रहा था तैयार
सूत्र ने बताया कि ऐसा नहीं है कि इजरायल ने उन्हें अभ्यास करते हुए देखा नहीं होगा। लेकिन उन्हें लग रहा था कि हमास युद्ध करने का इच्छुक नहीं होगा।

सूत्र ने कहा कि हमास किसी न किसी तरह से इजरायल के मन में यह भाव पैदा करने में कामयाब रहा कि उसकी युद्ध लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

हमास ने इजरायल को यह यकीन दिलाया कि वह गाजा के मजदूरों को आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान करके युद्ध से थका हुआ था। हालांकि, उसी समय उसके फाइटर्स को ट्रेनिंग दी जा रही थी और उन्हें हमले के लिए तैयार किया जा रहा था।

आखिर कहां हुई चूक 
गौरतलब है कि गाजा में फलस्तीनियों पर इजरायल की नजर हमेशा बनी रहती है। ड्रोन के जरिए आसमान से लगातार निगरानी रखी जाती है।

अभेद्य दिखने वाली सीमा पर हमेशा सुरक्षा कैमरे और सैनिक तैनात रहते हैं। खुफिया एजेंसियां अपने संसाधनों और साइबर तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए गोपनीय जानकारी हासिल करती रहती हैं।

लेकिन चरमपंथी समूह हमास के अभूतपूर्व हमले को देखते हुए ऐसा लगता है कि इजराइल के ये सारे सुरक्षा इंतजाम धरे के धरे रह गए।

हमास के सैंकड़ों चरमपंथी सीमा को भेदकर इजराइल में घुस गए और फिर उन्होंने ताबड़तोड़ हमले किए, जिसमें सैंकड़ों लोगों की जान जाने के साथ ही क्षेत्र में संघर्ष के एक नए अध्याय की शुरुआत हो गई।

अभेद्य मानी जाती है इजरायली खुफिया एजेंसियां
इजरायल की खुफिया एजेंसियों की उपबल्धियों को लेकर उन्हें अजेय माना जाता रहा है। इन्हीं खुफिया एजेंसियों की मदद से इजराइल ने वेस्ट बैंक में रची गई कई साजिशों को नाकाम किया।

दुबई में कथित तौर पर हमास के चरमपंथियों का खात्मा किया और ईरान में घुसकर ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों पर हमला करके उन्हें मौत की नींद सुला दिया।

लेकिन हमास के हमले के बाद इजरायली खुफिया एजेंसियों की प्रतिष्ठा को तगड़ा झटका लगा है। साथ ही कमजोर लेकिन पक्के इरादे वाले दुश्मन के सामने देश की तैयारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं।

24 घंटे से अधिक समय के बाद भी हमास के चरमपंथी इजरायल में अंदर इजराइली सेना से दो-दो हाथ कर रहे हैं जबकि दूसरी ओर दर्जनों इजरायली गाजा में हमास की कैद में हैं।

इस हमले के बाद जानकार भी हैरान हैं। वे अब भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि कैसे हमास ने इतने बड़े हमले को अंजाम दे दिया और इजराइल के सुरक्षा तंत्र को इसकी भनक तक नहीं लगी।

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