इजरायल के खिलाफ हमास आतंकियों ने युद्ध छेड़ दिया है।
शनिवार को हुए अचानक हमले में 1100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी युद्ध का ऐलान कर दिया है।
बता दें, अतीत में इजरायल अरब दुनिया को जंग में मात दे चुका है। 1967 में हुए युद्ध को छह दिवसीय युद्ध के नाम से जाना जाता है।
इजरायल ने लगातार छह दिन तक तीन देश मिस्र, सीरिया और जॉर्डन से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। उस युद्ध के बाद से मध्य-पूर्व का भौगोलिक नक्शा ही बदल गया।
कैसे हुई शुरुआत
छह दिवसीय युद्ध को इजरायल और अरब देशों के बीच राजनीतिक तनाव और सैन्य संघर्ष का परिणाम माना जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1948 में इजरायल के निर्माण से हुई।
इसके बाद 1949 में प्रथम अरब-इजरायल युद्ध हुआ और फिलिस्तीनी शरणार्थी संकट का जन्म हुआ। इस दौरान मिस्र के राष्ट्रपति गमाल अब्देल नासिर द्वारा स्वेज नहर के राष्ट्रीयकरण के बाद वर्ष 1956 में स्वेज नहर संकट पैदा हो गया।
जिसके बाद इजरायल और अरब के बीच दूसरी बार संघर्ष छिड़ गया। इस तनाव के बीच सीरिया समर्थित फिलिस्तीनी छापामारों द्वारा इजरायल रक्षा बलों के खिलाफ सीमा पार से लगातार हमले शुरू होने लगे। अप्रैल, 1967 तक इजरायल और सीरिया में संघर्ष काफी बढ़ गया।
कई जगहों पर किया कब्जा
जून, 1967 में इजरायल के 200 विमानों ने तीनों देशों के 18 अलग-अलग हवाई क्षेत्रों पर हमलाकर वायुसेना को तबाह कर दिया। जंग में जीत के बाद इजरायल ने मिस्र से सिनाई प्रायद्वीप, गाजा पट्टी, जॉर्डन से वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और सीरिया से गोलन हाइट्स छीनकर कब्जा कर लिया। छह दिन तक चला युद्ध संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप और संघर्ष विराम समझौते के बाद खत्म तो हुआ, लेकिन तब तक बहुत कुछ बदल चुका था।
कब-क्या हुआ
05 जून, 1967 – इजरायल ने मिस्र के खिलाफ ऑपरेशन फोकस शुरू किया। इस दौरान 90 फीसदी वायुसेना को नष्ट कर दिया।
06 जून – इजरायल ने जॉर्डन पर हमला किया और उसके कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया।
07 जून – वेस्ट बैंक और यरुशलम के पुराने शहर पर इजरायली सेना का कब्जा हुआ।
08 जून – उत्तरपूर्वी सीमा पर सीरिया के कब्जे वाले गोलन हाइट्स के खिलाफ इजरायल का आक्रमण।
09 जून – इजरायली सेना और टैंक ने सीरिया के खिलाफ मोर्चा खोला और गोलन हाइट्स पर कब्जा किया।
10 जून – संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में युद्ध विराम के साथ युद्ध समाप्त।