इजरायल को उम्मीद नहीं थी कि हमास उसपर इतना बड़ा हमला कर सकता है।
फिलस्तीनी ग्रुप हमास ने धरती, आसमान और पानी तीनों तरफ से इजरायल में घुसपैठ की और कोहराम मचा दिया।
फिलिस्तीन के कट्टरपंथी संगठन ने इजरायल पर कम से कम 5 हजार रॉकेट दागे जिसमें अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हैं। यह हमला इजरायल को हैरान करने वाला था।
दुनिया की नामी खुफिया एजेंसियों में गिनी जाने वाली मोसाद को भी इस बड़े हमले की कानो कान भनक नहीं लगी। यह हमला भी तब किया गया जब यहूदियों की छुट्टी का दिन (सिमचैट तोराह) था।
इसी तरह 50 साल पहले एजिप्ट और सीरिया ने यहूदियों की छुट्टी के दन योम किप्पूर पर हमला किया था। सुबह 6 बजकर 30 मिनट (03:30 GMT) के आसपास हमास ने इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू कर दिए।
सबसे पहले दक्षिणी इजरायल को निशाना बनाया गया। हमास का दावा है कि उसने 5 हजार रॉकेट दागे।
वहीं इजरायली सेना के मुताबिक 2500 रॉकेट दागे गए। इजरायल के रिहाइशी इलाकों में धुएँ के गुबार उछ रहे थे। चारों ओर सायरन का शोर था। सबसे पहले हमले में एक महिला के मारे जाने की पुष्टि हुई।
पैराशूट से भी कूदे हमास के लड़ाके
हमास के मिलिट्री विंग अल-कसम ब्रिगेड्स के हेड मोहम्मद देइफ ने कहा कि हमने ऑपरेशन अल अक्सा फ्लड की घोषणा की थी। सबसे पहले ‘दुश्मनों’ के ठिकानों, एयरपोर्ट और सैन्य छावनियों को निशाना बनाया गया।
रॉकेट से हमले के एक घंटे बाद ही हमास के लड़ाके गाजा से घुसपैठ करने लगे। हमास के लड़ाके पैराशूट के जरिए, मोटरबाइक और मोटरबोट के जरिए दाखिल हुए।
वीडियो में देखा गया को ये पैराशूट से घुसपैठ कर रहे हैं। इजरायल के तटीय इलाके से मोटरबोट के जरिए ये आतंकी जिकिम (तटीय शहर) में घुस गए।