केंद्र की भाजपा सरकार 2024 के चुनाव से पहले चुपचाप एक बड़ा लाभार्थी वर्ग तैयार करने में जुटी है।
एक तरफ मोदी सरकार ने उज्ज्वला स्कीम के तहत एलपीजी सिलेंडर लेने वाले लोगों के लिए 300 रुपये की अतिरिक्त छूट का ऐलान कर दिया है तो वहीं 1 करोड़ स्ट्रीट वेंडर्स को लोन भी बांट रही है।
मोदी सरकार की ओर से 3 अक्टूबर को शेयर किए गए डेटा के मुताबिक अब तक पीएम स्वनिधि स्कीम के तहत 50 स्ट्रीट वेंडर्स को लोन बांटे जा चुके हैं। इसके तहत सरकार अधिकतम 50 हजार रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटर के दे रही है।
माना जा रहा है कि इस योजना से सरकार जाति और धर्म से परे एक बड़े तबके को लुभाने की तैयारी में है। इस स्कीम को मोदी सरकार ने कोरोना काल में शुरू किया था और इसके तहत 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता लोन के तौर पर दी गई थी।
अब इसी स्कीम में लोन की रकम को 50 हजार रुपये तक करने का फैसला हुआ है। एक तरफ पीएम स्वनिधि स्कीम के 1 करोड़ लाभार्थी तैयार करने का टारगेट और दूसरी तरफ उज्ज्वला स्कीम के 9.60 करोड़ लोगों को 300 रुपये की अतिरिक्त छूट मिलना एक बड़ा कदम है।
दो ही स्कीमों से 10 करोड़ परिवारों पर है नजर
दरअसल इन्हीं दो स्कीमों के जरिए भाजपा कमजोर तबके में जमीन तैयार करने की कोशिश में है। इन दो स्कीमों से लगभग 10 करोड़ परिवारों को टारगेट करने की कोशिश है।
10 करोड़ परिवार का मतलब हुआ कि सरकार लगभग 50 करोड़ लोगों तक पहुंच बना रही है। वहीं पीएम किसान सम्मान निधि योजना के जरिए वह पहले से ही किसानों को लुभाने की कोशिश में है।
यही नहीं चर्चा है कि उस स्कीम के तहत भी किसानों को मिलने वाली रकम को बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल इस योजना के तहत साल में 3 बार 2,000 रुपये की रकम किसानों को मिलती है।
पीएम स्वनिधि योजना में कैसे मिल रहे हैं लोन, जानिए
पीएम स्वनिधि योजना के तहत सरकार 10 हजार, 20 हजार और 50 हजार रुपये के लोन दे रही है। ये लोन रेहड़ी-पटरी पर काम करने वाले लोगों को अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए कैपिटल मनी के तौर पर दिए जा रहे हैं। सरकार ने इस स्कीम में साल के अंत तक 1 करोड़ लोन बांटने का लक्ष्य तय किया है।