न्यूजक्लिक के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
पुलिस ने संस्थापक और एचआर हेड को गिरफ्तार भी कर लिया है। इसके अलावा कई पत्रकारों के मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए गए।
आरोप है कि इस न्यूजपोर्टल को चीन से जुड़ी संस्थाओं से 38 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली। इसी बीच न्यूजक्लिक मामले में अमेरिका की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि न्यूजक्लिक के बारे में उन्होंने रिपोर्ट्स पढ़ी हैं लेकिन चीन से संबंधों को लेकर पूरी सच्चाई सामने नहीं आई है।
उन्होंने इसके बाद यह भी कहा कि अमेरिका भारत ही नहीं पूरी दुनिया में फ्री प्रेस की वकालत करता है।
पटेल ने कहा कि वह इन दावों की सच्चाई पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, अमेरिकी सरकार दुनियाभर में मजबूत मीडिया की बात करती है।
अमेरिका स्वतंत्र लोकतंत्र की वकालत करता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी इस मुद्दे को भारत और अन्य देशों के साथ उठाता रहता है।
रणनीतिक सहयोग का यह भी एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हमने ना सिर्फ भारत से बल्कि दुनिया के अन्य देशों से भी मनवाधिकार को लेकर बात की है।
इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की मीडिया की आजादी का सम्मान करने पर भी बात हुई।