प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के ऐसे पहले ऐसे पीएम होंगे, जो भारत-चीन सीमा से लगे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के आखिरी गांव पहुंचेंगे।
अब तक कोई भी प्रधानमंत्री गुंजी व उससे लगे इलाकों तक नहीं पहुंचा है। पहली बार किसी प्रधानमंत्री के उच्च हिमालयी क्षेत्रों के गांवों में पहुंचने की सूचना के बाद स्थानीय नागरिकों में भी खासा उत्साह है।
लोगो पीएम के स्वागत के लिए विशेष तैयारियों में जुटे हुए हैं। वर्ष 1947 में अंग्रेजी हुकुमत से देश को आजादी मिलने के 76वर्ष हो गए हैं। इस दौरान देश को नरेंद्र मोदी के रूप में 15प्रधानमंत्री मिले हैं, लेकिन अब तक कोई भी प्रधानमंत्री धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित गांवों तक नहीं पहुंचें।
स्थानीय नागरिक सोनू मर्तोलिया सहित अन्य लोगों का कहना है कि पीएम मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जो यहां भ्रमण पर आने वाले हैं। उनके प्रस्तावित दौर को लेकर इन दिनों सीमावर्ती गांवों में चहल-पहल बढ़ गई है। मंत्रियों से लेकर प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने यहां डेरा डाला हुआ है।
प्रधान अंजू रौकाया ने बताया कि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए ग्रामीण विशेष तैयारी कर रहे हैं। स्थानीय संस्कृति के अनुसार पारंपरिक तरीके से पीएम का स्वागत किया जाएगा।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों के गांवों की बदलेगी सूरत
पीएम के दौरे को लेकर सीमावर्ती गांवों के लोगों को विकास की उम्मीद भी जगी है। आमजन का कहना है कि प्रधानमंत्री के दौरे के बाद क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
पर्यटन स्थलों की सुधर रही दशा
पीएम के दौरे ने पर्यटन स्थलों की दशा सुधारने का काम किया है। जिला मुख्यालय से लेकर ज्योलिकांग तक प्रशासन व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है। इधर पार्वती मंदिर में सौंदर्यीकरण का कार्य भी चल रहा है।