जम्मू-कश्मीर में राजौरी के कालाकोटे इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है।
डिफेंस प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकियों पर नजर रखने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों से इस इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।
जंगल और झाड़ियों की वजह से आतंकी बच रहे हैं और भारी गोलीबारी कर रहे हैं। इसके बाद कालाकोटे इलाके में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना का ऑपरेशन शुरू हो गया।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जंगल मे चार आतंकी छिपे हो सकते हैं जिनके पास भारी मात्रा में गोला बारूद भी है। सोमवार शाम को ही आतंकियों के साथ यह मुठभेड़ शुरू हो गई थी।
सबसे पहले सेना ने ब्रोह और सूम जंगली बेल्ट को खाली करवा लिया था। पहले सर्च ऑपरेशन चलाया गया और फिर आतंकी गोलीबारी करने लगे।
इससे पहले 12 और 13 सितंबर को राजौरी के ही नारला इलाके में मुठभेड़ हुई थी जिसमें दो आतंकियों को मार गिराया गया था।
वहीं 12 सितंबर को ही एक अन्य ऑपरेशन में एक आतंकी को मारा गया था। इस दौरान आर्मी के एक डॉग केंट की भी मौत हो गई थी।
11 सितंबर को उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने जानकारी दी थी कि एलओसी पर लगभग 200 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं।
उन्होंने कहा था कि सीमा पर कड़ी सुरक्षा के बीच वे घुसपैठ की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
बता दें कि बीते 9 महीने में जम्मू-कश्मीर में 47 आतंकी मारे गए थे जिनमें से 37 विदेशी थे। राजौरी और पुंछ में अकसर आतंकियों के साथ मुठभेड़ होती है।