कनाडा के प्रधानमंत्री की तरफ से खालिस्तानी निज्जर की हत्या के बेबुनियाद आरोप लगाए जाने के बाद भारत के साथ संबंधों में खटास आ गई है।
जस्टिन ट्रूडो की सरकार में सहयोगी सांसद भारत के खिलाफ जहर उगलने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
सरे से सांसद सुखमिंदर सिंह के संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से भी बताए जाते हैं। रिपोर्ट्स में यह भी सामने आ चुका है कि निज्जर की हत्या के पीछे आईएसआई का हाथ था।
खालिस्तानियों के लिए पनाहगाह बने कनाडा के सांसद धालीवाल अब भारत पर ही ठीकरा फोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर अपराधियों को जाली पासपोर्ट किसने जारी किए? उनकी इस बात से यह तो स्पष्ट है कि भारत से भागे गैंगस्टर और खालिस्तानी अपराधी हैं और वे अवैध रूप से कनाडा की धरती पर गए थे।
अब सवाल यह है कि अपराधियों से कनाडा की सरकार को इतनी हमदर्दी क्यों है और उन्होंने उनको नागरिकता क्यों दी?
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक जब धालीवाल से पूछा गया कि उनके संबंध आईएसआई से हैं तो उन्होंने भड़कते हुए कहा कि एक सांसद के रूप में वह किसी भी एजेंसी के सदस्य से संपर्क नहीं रख सकते और ऐसी जानकारियां गलत हैं।
धालीवाल ने दावा किया कि जी20 सम्मेलन से पहले भी कनाडा की सरकार ने पीएम मोदी के सामने निज्जर की हत्या का मामला रखा था।
लेकिन जब समर ब्रेक के बाद कनाडा की संसद शुरू हुईतो ट्रूडो ने बयान दिया कि इस हत्या में कोई और देश शमिल है। धालीवाल ने भारतीय एजेंसियों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया। बताते चलें कि निज्जर भी फर्जी पासपोर्ट के सहारे ही कनाडा गया था।
सबूत देने में क्या है दिक्कत?
धालीवाल ने कहा कि सबूत तो कोर्ट में ही दिए जाएंगे क्योंकि जस्टिन ट्रूडो न्यायपालिका से खिलवाड़ नहीं करना चाहते। वह न्याय में विश्वास रखते हैं।
उन्होंने कहा कि अब जस्टिन ट्रूडो कोई बयान नहीं देने वाले हैं। सच सामने आ जाएगा। भारत की तरफ से गैंगस्टरों और आतंकियों की सूची दिए जाने के मामले में धालीवाल ने कहा कि कनाडा ने भारत के साथ हमेशा सहयोग किया है।
उन्होंने गंभीर आरोपप लगाते हुए कहा, आखिर जाली पासपोर्ट कौन देता है? भारत। हमारे देश से कौन खेल रहा है? भारत। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से कोई लेटर रोगेटरी नहीं दिया गया।
किसके दम पर दंभ भर रहा कनाडा
कनाडा का कहना है कि फाइव आइज अलायंस की एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर उसने भारत पर आरोप लगाए हैं। धालीवाल ने भी कहा कि फाइव आइज एजेंसियां हमारे साथ खड़ी हैं। बता दें कि फाइव आइज अलांयस में कनाडा के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूके, यूएस और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
बता दें कि कनाडा के सरे में ही अज्ञात लोगों ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की जून में हत्या कर दी थी। खालिस्तानी भारतीय एजेंसियों को इसके पीछे जिम्मेदार बता रही थीं।
अब कनाडा की सरकार ने भी खालिस्तानियों के साथ सुर मिलाने शुरू कर दिए हैं।