अमेरिकी सीनेट में फंडिंग बिल पास होने से जो बाइडेन की सरकार ने बड़ी राहत की सांस ली है।
अमेरिका में 1 अक्टूबर से शटडाउन की नौबत आ गई थी।
ऐसे में अमेरिका की ज्यादातर फेडरल एजेंसियां और विभाग काम करना बंद कर देते और कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी दे दी जाती।
जिन कर्मचारियों को सेवा में रखा भी जाता उन्हें भी वेतन ना मिल पाता। सीनेट ने 45 दिनों के लिए फंडिंग बिल को मंजूरी दे दी है। ऐसे में 17 नवंबर तक के लिए यह खतरा टल गया है।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में समझौता निधि उपाय बिल को 335-91 के मतांतर से पारित कर दिया। ज्यादातर सांसदों ने इस बिल का समर्थन किया वहीं 90 डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन सांसदों ने इसका विरोध भी किया।
अब इस बिल को उच्च सदन में भेज दिया गया है। हालांकि यहां इसका पास होना तय है क्योंकि इस सदन में सत्तारूढ़ डेमोक्रैट्स का बहुमत है।
इस बिल के पास होने पर जो बाइडेन सरकार को कामकाज चलाने के लिए 45 दिन का फंड मिल जाएगा।
रिपब्लिकन कर रहे थे खर्च में कटौती की मांग
रिपब्लिकन और डेमोक्रैट्स में फंडिंग को लेकर विवाद की वजह से ही शटडाउन की नौबत आ गई थी। हाउस स्पीकर केविन मैक्कार्थी जब खर्च में कटौती वाली मांग से पीछे हटे तो यह बिल पारित हो गया।
डेमोक्रैट्स का आरोप है कि रिपब्लिकन अमेरिका में शटडाउन का खतरा बढ़ा रहे हैं। बिल पास होने के बाद भी डेमोक्रैट्स के लिए चिंता की बात यह है कि स्पीकर केविन मैकार्थी ने यूक्रेन को दी जाने वाली मदद में बड़ी कटौती की है।
बता दें कि जो बाइडेन के पास बिल को पास कराने के लिए 30 सितंबर को आधी रात तक का समय ही था। हालांकि इससे तीन घंटे पहले बिल पास हो गया।
बता दें कि अमेरिका की फेडरल सरकार में वित्त वर्ष 30 सितंबर तक का होता है। ऐसे में नए वित्त वर्ष में कामकाज के लिए फंड काआवंटन जरूरी होता है।
अगर सदन में समय से फंडिंग बिल पास नहीं होता है तो सरकार के कामकाज ठप हो जाते हैं। इस बार सांसदों में फंड पर सहमति नहीं बन रही है।
हालांकि अमेरिका के लिए यह कोई नई बात नहीं है। अमेरिका में 1981 के बाद से 14 बार शटडाउन हो चुका है।