मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम में 6080 करोड़ रूपए की लागत के 7300 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
दूरस्थ आदिवासी अंचलों के विकास पर सर्वाधिक फोकस
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में 26 जिलों में 6080 करोड़ रूपए की लागत के 7300 कार्यों का एक साथ लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इन कार्यों में से 2668 करोड़ रूपए की लागत के 3978 कार्यों का लोकार्पण, 2805 करोड़ रूपए की लागत के 2692 कार्यों का भूमिपूजन और 606 करोड़ रूपए की लागत के 630 कार्यों का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का संकल्प साकार हो रहा है।
राज्य सरकार द्वारा अधोसंरचना विकास और निर्माण के कार्यों के साथ-साथ किसानों, मजदूरों, लघु वनोपज संग्राहकों सहित सभी वर्गों की बेहतरी के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की अभिनव योजनाओं और नवाचारों की चर्चा पूरे देश में हो रही है। आज जिन कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ है, उनमें सूरजपुर, दंतेवाड़ा, बलरामपुर जैसे जिलों में सर्वाधिक काम हुए हैं। दूरस्थ अंचलों पर ज्यादा फोकस किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता आम जनता की आय में वृद्धि कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना है, इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है।
छत्तीसगढ़ में किसानों को धान, कोदो, कुटकी, रागी, गन्ना सहित विभिन्न उपजों का सबसे ज्यादा मूल्य मिल रहा है। देश के तीन चौथाई लघु वनोपज का संग्रहण छत्तीसगढ़ में किया जाता है।
तेंदूपत्ता की सबसे ज्यादा कीमत यहां मिल रही है। आवासहीनों को घर की छत दिलाने के लिए कल एक नयी योजना छत्तीसगढ़ ग्रामीण आवास न्याय योजना प्रारंभ की गई है, जिसके तहत 7 लाख आवासहीनों को पहली किस्त के रूप में 25-25 हजार रूपए की राशि दी गयी है।
सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में नये 47 हजार पात्र लोगों को तथा श्रमिकों को भी आवास निर्माण के लिए राशि दी गई है। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किये गए है। अपनी छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परंपरा को मजबूत बनाने का काम किया गया है। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि प्रदेश में चहुंमुखी विकास को गति मिले।
गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी वायदे पूरे किए हैं। सभी वर्गों के लिए योजनाएं बनायी गई।
अधोसंरचना विकास के लिए पांच वर्षों में सड़क, पुल-पुलिया बनाने के कार्य बड़े पैमाने पर हुए है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि विकास के कार्यों में राज्य सरकार ने राशि की कमी नहीं होने दी।
उन्होंने कहा कि जिन कार्यों का भूमिपूजन किया गया है, वे जल्दी प्रारंभ किए जाए। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पांच वर्षों में किए गए कार्य छत्तीसगढ़ के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुए हैं।
वन एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि आज 6080 कार्यों का लोकर्पण एवं भूमिपूजन किया गया है, जिससे यह साबित होता है कि अधोसंरचना विकास में राज्य सरकार द्वारा कोई कमी नहीं होने दी गई।
उन्होंने इन विकास कार्यों से लाभान्वित होने वाले लोगों को शुभकामनाएं दीं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि आज प्रदेशवासियों के लिए खुशी का दिन है, छत्तीसगढ़ के विकास का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में दंतेवाड़ा जिले में 495 करोड़ रूपए की लागत के 250 कार्यों, नारायणपुर में 302 करोड़ रूपए की लागत के 775, मोहला-मानपुर-चौकी में 37.56 करोड़ रूपए के 49, राजनांदगांव में 32 करोड़ रूपए की लागत के 80 कार्यों, बालोद में 424.37 करोड़ रूपए की लागत के 620, धमतरी में 211 करोड़ रूपए के 895 कार्य, गरियाबंद में 140 करोड़ रूपए के 330 कार्य, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई में 56.86 करोड़ रूपए के 11 कार्य, दुर्ग जिले में 69 करोड़ रूपए के 21 कार्य, रायपुर जिले में 385 करोड़ रूपए के 695 कार्य, महासमुंद जिले में 145.33 करोड़ रूपए के 83 कार्य, बेमेतरा जिले के 304.49 करोड़ रूपए के 203 कार्यों, कबीरधाम में 355.5 करोड़ रूपए के 133 कार्यों, मुंगेली में 123.53 करोड़ रूपए के 243 कार्य, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 44.37 करोड़ रूपए के 83 कार्य, जांजगीर-चांपा जिले में 46.50 करोड़ रूपए के 80 कार्य, सक्ती में 280 करोड़ रूपए के 194 कार्य, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 185 करोड़ रूपए के 336 कार्य, कोण्डागांव में 19 लाख रूपए की लागत के 01 कार्य, रायगढ़ में 131 करोड़ रूपए के 691 कार्य, कोरबा में 150.51 करोड़ रूपए की लागत के 73 कार्य, जशपुर में 447.38 करोड़ रूपए की लागत के 906 कार्य, सरगुजा में 203.44 करोड़ रूपए की लागत के 262 कार्य, सूरजपुर में 734.60 करोड़ रूपए के 259 कार्य, कोरिया जिले में 103.62 करोड़ रूपए के 109 कार्य, बलरामपुर जिले में 393.22 करोड़ रूपए के 65 कार्य तथा मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 14.50 करोड़ रूपए की लागत के 02 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज, विधायक चक्रधर सिंह, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव गृह मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव अंकित आनंद, डॉ. एस. भारतीदासन, विशेष सचिव आवास एवं पर्यावरण विभाग महादेव कांवरे उपस्थित रहे।