भारत-कनाडा विवाद के बीच कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी सरकार के समर्थन में आ गए हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तिरंगे के अपमान पर भी कनाडा सरकार को घेरा है। उन्होंने भारत विरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाने की मांग की है।
मंगलवार को ही कनाडा के कई शहरों में खालिस्तान समर्थक भारतीय मिशनों के बाहर प्रदर्शन करने जुटे थे।
कुछ तस्वीरें सामने आईं कि खालिस्तानियों ने पीएम मोदी के कट आउट को लेकर प्रदर्शन किया और तिरंगे का भी जमकर अपमान किया।
खालिस्तानी कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को हटाए जाने की मांग कर रहे थे। खबरें हैं कि प्रदर्शनकारियों के हाथ में कनाडा का भी झंडा था और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से जुड़ी तख्तियां रखे हुए थे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता चौधरी ने कहा, ‘कनाडा में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्डबोर्ड फिगर को लात मारने वाले और भारतीय झंडे को जलाने वाले खालिस्तानी तत्वों के घृणित कामों की निंदा करता हूं।
भारत सरकार को इन भारत विरोधी आतंकवादियों के खिलाफ जरूरी कदम उठाने चाहिए।’ पीएम ट्रूडो को बयान के बाद कनाडा के कई शहरों में प्रदर्शन की बात सामने आई है।
तिरंगे का अपमान
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टोरंटो में करीब 100 प्रदर्शनकारियों ने तिरंगे को जला दिया। वहीं, वैंकूवर में भारतीय कॉन्सुलेट के बाहर भी प्रदर्शनकारी जुटे।
खबर है कि वैंकूवर में खालिस्तान समर्थकों की खास भीड़ नहीं पहुंची थी। इसके अलावा ओटावा समेत कई अन्य शहरों में भी इस तरह के प्रदर्शन देखे गए।
सिख फॉर जस्टिस यानी SFJ के गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से पहले ही कनाडा में रह रहे हिंदू परिवारों को देश छोड़ने की चेतावनी दी जा चुकी है।
क्या बोले थे ट्रूडो
बीते सप्ताह कनाडा की संसद में ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तार भारत सरकार से जोड़े थे। उन्होंने आशंका जताई थी कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट का हाथ हो सकता है।
साथ ही उन्होंने कहा था कि कनाडाई एजेंसियां इसकी जांच कर रही है और भारत से जांच में सहयोग की मांग की थी। निज्जर की कनाडा के सरी शहर में जून में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।