कनाडा की संसद में नाजियों के लिए लड़ने वाले व्यक्ति का सम्मान करने का मामला तूल पकड़ रहा है। इसे लेकर रूस ने भी अपने गुस्से का इजहार किया है।
क्रेमलिन की ओर से सोमवार को कहा गया कि यह अपमानजनक है। दरअसल, यह यूक्रेनी शख्स द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एडॉल्फ हिटलर की वेफेन SS यूनिट का हिस्सा था।
पिछले हफ्ते कनाडा के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में उसे हीरो के तौर पर पेश किया गया था। हालांकि, मामला बढ़ता देख कनाडा सरकार की ओर से अब इस पर माफी मागी गई है।
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यालय की ओर से कहा गया कि स्पीकर ने माफी मांग ली है। उन्होंने यारोस्लाव हुंका को निमंत्रण जारी करने और संसद में मान्यता के लिए पूरी जिम्मेदारी स्वीकार की है।
रूसी आक्रमण के खिलाफ पश्चिम के सहयोगी देशों से समर्थन के लिए जेलेंस्की ओटावा में थे। मालूम हो कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में अपने दुश्मनों को ‘नव-नाजी’ कहकर संबोधित करते हैं। हालांकि, जेलेंस्की यहूदी हैं और नरसंहार में अपने रिश्तेदारों को खो चुके हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि यह घटना ऐतिहासिक सच्चाई के प्रति लापरवाही को दिखाती है।
साथ ही नाजी अपराधों की स्मृति को बचाए रखने की जरूरत है। पेस्कोव ने कहा, ‘स्मृति की ऐसी शिथिलता अपमानजनक है। कनाडा सहित कई पश्चिमी देशों ने ऐसी युवा पीढ़ी तैयार की है, जो नहीं जानती कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान किसने किससे लड़ाई लड़ी और क्या कुछ हुआ था। वे फासीवाद के खतरे के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं।’
सांसदों ने खड़े होकर किया था अभिवादन
दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को निचले सदन को संबोधित किया था। इस दौरान स्पीकर एंथनी रोटा ने जब 98 वर्षीय यारोस्लाव हुंका की ओर ध्यान आकर्षित कराया तो सांसदों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। रोटा ने हुंका को ‘फर्स्ट यूक्रेनियन डिविजन’ के लिए लड़ाई लड़ने वाला युद्ध नायक करार दिया। रोटा ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘यूक्रेन के राष्ट्रपति के संबोधन के बाद अपनी टिप्पणी में मैंने संसद दीर्घा में एक व्यक्ति की चर्चा की थी। बाद में मुझे उस व्यक्ति के बारे और जानकारी मिली जिसके बाद मुझे अपने फैसले पर अफसोस हुआ।’
कनाडा सरकार को मांगनी पड़ी माफी
स्पीकर रोटा ने कहा कि संसद सदस्य और यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल हुंका को मान्यता देने की उनकी योजना से अवगत नहीं था। रोटा ने कहा था कि हुंका उनके जिले से हैं। रोटा ने कहा, ‘मैं विशेषरूप से कनाडा और दुनिया भर में यहूदी समुदाय के लोगों से माफी मांगना चाहता हूं। मैं अपने कृत्य की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।’ हुंका से तत्काल संपर्क नहीं हो सका। सांसदों के दो बार खड़े हो कर अभिवादन करने पर हुंका ने दीर्घा से सलामी दी, जिस पर कनाडाई सांसदों ने प्रसन्नता व्यक्त की और राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी मुट्ठी बांध कर हाथ हवा में लहराया। पीएम ट्रूडो भी ताली बजाते नजर आए।
सांसदों ने खड़े होकर किया था अभिवादन
दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को निचले सदन को संबोधित किया था। इस दौरान स्पीकर एंथनी रोटा ने जब 98 वर्षीय यारोस्लाव हुंका की ओर ध्यान आकर्षित कराया तो सांसदों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। रोटा ने हुंका को ‘फर्स्ट यूक्रेनियन डिविजन’ के लिए लड़ाई लड़ने वाला युद्ध नायक करार दिया। रोटा ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘यूक्रेन के राष्ट्रपति के संबोधन के बाद अपनी टिप्पणी में मैंने संसद दीर्घा में एक व्यक्ति की चर्चा की थी। बाद में मुझे उस व्यक्ति के बारे और जानकारी मिली जिसके बाद मुझे अपने फैसले पर अफसोस हुआ।’
कनाडा सरकार को मांगनी पड़ी माफी
स्पीकर रोटा ने कहा कि संसद सदस्य और यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल हुंका को मान्यता देने की उनकी योजना से अवगत नहीं था। रोटा ने कहा था कि हुंका उनके जिले से हैं। रोटा ने कहा, ‘मैं विशेषरूप से कनाडा और दुनिया भर में यहूदी समुदाय के लोगों से माफी मांगना चाहता हूं। मैं अपने कृत्य की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।’ हुंका से तत्काल संपर्क नहीं हो सका। सांसदों के दो बार खड़े हो कर अभिवादन करने पर हुंका ने दीर्घा से सलामी दी, जिस पर कनाडाई सांसदों ने प्रसन्नता व्यक्त की और राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी मुट्ठी बांध कर हाथ हवा में लहराया। पीएम ट्रूडो भी ताली बजाते नजर आए।