कनाडा के जाने माने पत्रकार टैरी मिल्यूस्कि ने अपने ही मुल्क की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने दावा किया है कि कनाडा में किसी चरमपंथी की तारीफ करना ‘सामान्य बात’ है।
खास बात है कि उनका बयान ऐसे समय पर आया है, जब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तार भारत सरकार से जोड़ रहे हैं।
कनाडा की संसद में ट्रूडो ने आशंका जताई थी कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट का हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा था कि इन आरोपों को लेकर जांच की जा रही है।
बयान जारी होने के बाद ही भारत की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रिया दी गई थी और ट्रूडो के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया गया था। खास बात है कि ट्रूडो ने निज्जर को ‘कनाडाई नागरिक’ बताया था।
इंडिया टुडे से बातचीत में टैरी ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि ट्रूडो के बयान में सबूतों की कमी है। पत्रकार ने सवाल उठाए हैं कि कनाडाई पीएम बगैर सबूतों के ऐसे आरोप कैसे लगा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा की पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। साथ ही अब तक गोली मारने वालों की भी पहचान नहीं हो सकी है।
निज्जर की जून में सरी स्थित गुरुद्वारे के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोप हैं कि वह लगातार भारत विरोधी गतिविधियों का हिस्सा रहा था। खबर है कि 1996 में निज्जर फर्जी पासपोर्ट के जरिए कनाडा पहुंचा था।
टैरी से जब इन आरोपों के पीछे वजह के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘वह (ट्रूडो) चुनाव में पिछड़ गए हैं। अगर कल चुनाव हो जाते हैं, तो कंजर्वेटिव जीत जाएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘एयर इंडिया में बमबारी करने वाले का गुरुद्वारा में महिमामंडन करना या इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न आम बात है।’
टैरी साल 2020 में प्रकाशित Khalistan: A project of Pakistan भी लिख चुके हैं। इसमें पाकिस्तान की भूमिका पर चर्चा की गई है।