पाकिस्तान की ओर से यूक्रेन को चोरी-छिपे हथियार बेचे गए थे और उसके नतीजे के तौर पर ही उसे आईएमएफ की ओर से लोन मिल गया, जो लंबे समय से अटका हुआ था।
The Intercept की एक रिपोर्ट में यह दावा दावा किया गया है। इस रिपोर्ट में सरकार के आंतरिक दस्तावेजों के आधार पर कहा गया है कि अमेरिका के साथ यह सीक्रेट डील हुई थी, जिसके बाद पाकिस्तान ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर दी।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने कहा था कि यदि पाकिस्तान इस डील पर आगे बढ़ता है तो अब तक की सारी गलतियों को माफ कर दिया जाएगा।
पाकिस्तान की ओर से यूक्रेन को चोरी-छिपे हथियार बेचे गए थे और उसके नतीजे के तौर पर ही उसे आईएमएफ की ओर से लोन मिल गया, जो लंबे समय से अटका हुआ था।
The Intercept की एक रिपोर्ट में यह दावा दावा किया गया है। इस रिपोर्ट में सरकार के आंतरिक दस्तावेजों के आधार पर कहा गया है कि अमेरिका के साथ यह सीक्रेट डील हुई थी, जिसके बाद पाकिस्तान ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर दी।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने कहा था कि यदि पाकिस्तान इस डील पर आगे बढ़ता है तो अब तक की सारी गलतियों को माफ कर दिया जाएगा।
पाकिस्तानी सेना के दस्तावेजों में हुआ खुलासा
Intercept के मुताबिक इसी साल एक अंदरुनी सूत्र ने पाकिस्तानी सेना के दस्तावेज उसे सौंपे हैं। इन दस्तावेजों से पता चलता है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हथियारों की सेल को लेकर डील हुई थी।
इसके तहत 2022 की गर्मियों से 2023 फरवरी तक हथियार सेल की बात थी। यह हथियार डील ग्लोबल मिलिट्री प्रॉडक्ट्स के दखल से कराई गई थी।