असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पार्टी द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए भारत के एक मानचित्र से पूर्वोत्तर का क्षेत्र गायब है।
शर्मा के आरोप पर असम से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने तुरंत पलटवार किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से उनके परिवार से संबद्ध कंपनियों द्वारा किए गए भूमि सौदों के बारे में पूछा और दावा किया कि शर्मा इन सवालों का जवाब देने से बच रहे हैं।
हिमंत शर्मा की पत्नी की कंपनी को एक योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये की क्रेडिट सब्सिडी दिये जाने को लेकर गोगोई और शर्मा के बीच जुबानी जंग चल रही है।
गोगोई ने शनिवार को आशंका जताई कि सोशल मीडिया मंच एक्स पर उनके अकाउंट को शायद प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि, सोशल मीडिया की ओर से आधिकारिक रूप से इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
हिमंत शर्मा ने कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक एनिमेटेड वीडियो का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें कार्टून चरित्र हैं, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी से मिलते-जुलते हैं।
इसमें एक मानचित्र है, जिसमें पूर्वोत्तर का हिस्सा नहीं दिख रहा है। शर्मा ने कहा, ”ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने गोपनीय तरीके से पूर्वोत्तर की पूरी जमीन किसी पड़ोसी देश को बेचने का सौदा कर लिया है।”
स्क्रीनशॉट के कैप्शन में मोदी और राहुल के बीच एक काल्पनिक संवाद है जो 1975 की बॉलीवुड फिल्म दीवार के लोकप्रिय संवाद ‘मेरे पास मां है’ से प्रेरित है।
कैप्शन में मोदी कहते हैं कि उनके पास ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), पुलिस, सरकार, पैसा और दोस्त हैं, और सवाल करते हैं कि राहुल के पास क्या है, जिस पर वह (राहुल) जवाब देते हैं कि पूरा देश उनके साथ है।
एनिमेटेड वीडियो से पूर्वोत्तर के हिस्से के गायब होने को रेखांकित करते हुए हिमंत शर्मा ने कहा, ”क्या राहुल इसी वजह से विदेश गए थे? या पार्टी ने शरजील इमाम को सदस्यता दे दी है?”
शरजील इमाम एक छात्र कार्यकर्ता है, जिसे संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में 2020 के दंगों की कथित साजिश रचने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया गया था।
वह इस मामले में 28 जनवरी, 2020 से जेल में है।
गोगोई ने शर्मा से उनके परिवार के भूमि सौदों को लेकर सवाल किया और कहा, ”मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को भूमि सौदों के बारे में बात करते हुए सुनना विडंबनापूर्ण है।
यह बिल्कुल वही मुद्दा है जिसमें वह परिवार से जुड़ी कंपनियों के सौदे में जवाब देने से बच रहे हैं।” उन्होंने यह भी जानना चाहा कि इन कंपनियों द्वारा कितनी कृषि भूमि खरीदी गई है।