जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में लगातार तीसरे दिन आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ जारी है।
ये आतंकवादी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के बताए जा रहे हैं।
सीएनएन न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लश्कर ने ड्रोन का इस्तेमाल कर पंजाब में भारत की सीमा के अंदर एक आतंकवादी को उतारा था।
ऐसा कहा जा रहा है कि लश्कर ड्रोन के माध्यम से भारत में आतंकवादियों को छोड़ने की क्षमता का परीक्षण कर रहा है। यह ड्रोन 70 किलोग्राम तक का भार उठा सकता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के शकरगढ़ में लश्कर-ए-तैयबा के ड्रोन प्रशिक्षण शिविर के अंदर शूट किए गए वीडियो में आतंकवादियों को पानी में गिराने के लिए ड्रोन की क्षमता का परीक्षण करते हुए देखा गया है। सूत्र ने कहा, ”कुछ महीने पहले ड्रोन का इस्तेमाल कर एक आतंकवादी को पंजाब में उतारा गया था।”
सूत्रों के मुताबिक, ”आतंकवादी को लश्कर के शीर्ष अधिकारियों ने भेजा था और उसे पैसे दिए गए थे। उसे ड्रोन से जाने और पंजाब में बसने के लिए कहा गया था।” सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी को पंजाब में अपने स्रोतों से हथियार और अन्य गोला-बारूद इकट्ठा करने के लिए कहा गया था।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह और ड्रग तस्कर भारतीय क्षेत्र, मुख्य रूप से पंजाब और जम्मू-कश्मीर में हथियार और नार्को खेप गिराने के लिए ड्रोन का उपयोग करते हैं।
पिछले साल सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पंजाब में 256 ड्रोन गतिविधियों को देखा, जिनमें से 90 प्रतिशत भारतीय क्षेत्र के अंदर थे। आंकड़ों के अनुसार, 2021 में बीएसएफ द्वारा देखी गई ड्रोन गतिविधियां 67 थीं। आंकड़ों से यह भी पता चला कि जम्मू सीमा पर पिछले साल ड्रोन गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। कुल मामलों में तीन गुना वृद्धि हुई है।