नासा ने यूएफओ और एलियंस को लेकर की जा रही स्टडी की रिपोर्ट जारी कर दी है।
इसमें कई अहम खुलासे किए गए हैं। दुनियाभर में एलियंस और यूएफओ को लेकर लंबे समय से रहस्य बरकरार है। पिछले दिनों मेक्सिको की संसद में दो शवों को भी रखा गया और दावा किया गया कि ये एलियंस के शव हैं। इसके बाद नई बहस शुरू हो गई।
वहीं, नासा ने भी गुरुवार को यूएफओ और एलियंस पर जारी की गई अपनी रिपोर्ट को पेश करते हुए मेक्सिको की संसद वाली घटना पर जवाब दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, प्रिंसटन विश्वविद्यालय के खगोल भौतिकी विभाग के पूर्व प्रमुख और यूएपी/यूएफओ रिपोर्ट के अध्यक्ष डेविड स्पर्गेल ने कहा कि उन्हें नमूनों की प्रकृति के बारे में पता नहीं है, लेकिन उन्होंने पारदर्शिता का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, ”यह कुछ ऐसा है जो मैंने केवल ट्विटर पर देखा है। जब आपके पास असामान्य चीजें होती हैं, तो आप डेटा को सार्वजनिक करना चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हम उन नमूनों की प्रकृति नहीं जानते।” उन्होंने मैक्सिकन सरकार से कहा, “अगर आपके पास कुछ अजीब है, तो नमूने वैज्ञानिक समुदाय को उपलब्ध कराएं।”
संसद में दिखाई थी एलियंस की बॉडी
बता दें कि मंगलवार को मेक्सिको की कांग्रेस में दिखाई गई ‘डेड बॉडी’ में लंबे सिर, छोटे शरीर और तीन उंगलियां दिखाई दे रही हैं।
मैक्सिकन पत्रकार और यूएफओलॉजिस्ट जैमे मौसन का दावा है कि अवशेष वास्तविक एलियंस के हैं। हालांकि, एलियंस के बारे में मौसन के पिछले दावे झूठे साबित हुए हैं, लेकिन पत्रकार और स्व-घोषित यूएफओ विशेषज्ञ ने मंगलवार को मैक्सिकन सांसदों के सामने गवाही दी, जहां उन्होंने जो दावा किया वह दो प्राचीन “गैर-मानव” विदेशी लाशें थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें 2017 में पेरू के कुस्को से पुनः प्राप्त किया गया था और रेडियोकार्बन डेटिंग से पता चला कि वे 1,800 साल पुराने हैं।
एफओ पर नासा की रिपोर्ट में क्या निकला?
नासा ने कहा कि अज्ञात उड़न तश्तरियों (यूएफओ) के अध्ययन के लिए नई वैज्ञानिक तकनीक जरूरी होंगी जिनमें आधुनिक उपग्रह शामिल हैं। नासा ने यूएफओ पर एक साल तक चले अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष जारी किया। नासा ने एक स्वतंत्र दल को यह काम सौंपा था जिसने अपनी 33 पन्नों की रिपोर्ट में आगाह किया है कि यूएफओ को लेकर नकारात्मक धारणा इस बारे में जानकारी एकत्रित करने में बाधक बन रही है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि यूएफओ के अध्ययन के लिए नई वैज्ञानिक तकनीकों की आवश्यकता होगी। इसमें उन्नत उपग्रहों के साथ-साथ अज्ञात उड़ने वाली वस्तुओं को देखने के तरीके में बदलाव करना भी शामिल होगा। हालांकि अंतरिक्ष एजेंसी ने यूएफओ की जगह अज्ञात असामान्य घटनाओं (यूएपी) शब्द का जिक्र किया है।