जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ भारतीय सेना की मुठभेड़ चौथे दिन भी जारी है।
पहाड़ी इलाके के जंगलों में छिपे आतंकवादियों का पता लगाने के लिए चल रहे अभियान में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हाल ही में एक फुटेज सामने आया है जिसमें आतंकी अपनी जान बचा कर भागते दिखाई दे रहे हैं।
सेना की कार्रवाई से पस्त आतंकी अब अपनी जान बचाने के लिए मजबूर हो रहे हैं और इधर-उधर भागते दिखाई दे रहे हैं।
ड्रोन से की जा रही निगरानी के आधार पर सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के छिपने की जगह पर मोर्टार के गोले दागे हैं।
इसके अलावा सुरक्षाबलों ने इलाके को पूरी तरह से घेर रखा है। ऐसा लगता है कि अब आतंकियों की खैर नहीं है। सेना इस मुठभेड़ में जल्द ही विजय पा लेगी।
दक्षिण कश्मीर जिले के कोकेरनाग इलाके के गडोले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बुधवार सुबह सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स इकाई के कमांडिंग अधिकारी कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट के साथ ही एक सैनिक ने अपनी शहादत की। सेना के जवानों की शहादत बेकार न जाए इसके लिए भारतीय सेना चुन-चुनकर आतंकियों से बदला ले रही है।
साधारण नहीं हैं आतंकी
आतंकियों की संख्या 2-3 से ज्यादा होने की संभावना है। इनमें उजैर खान भी शामिल है, जो पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था।
अधिकारियों ने कहा कि उसे इलाके के बारे में पूरी जानकारी है, जिसका फायदा आतंकियों को हो रहा है। सूत्र ने कहा, “साधारण आतंकवादी किसी मुठभेड़ को इतने लंबे समय तक नहीं खींच सकते। ये बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं और उनके पास अच्छे हथियार हैं।”