किम जोंग के जाते ही रूस-अमेरिका में ठनी, मॉस्को ने दो यूएस राजनयिकों को निकाला…

रूस के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को अमेरिका के दो राजनयिकों को ‘अवैध गतिविधियों’ में शामिल होने के आरोप में ‘अवांछित व्यक्ति’ करार किया और उन्हें सात दिनों के भीतर देश छोड़कर जाने का आदेश दिया।

रूसी मंत्रालय ने एक बयान में आरोप लगाया है कि रूस में अमेरिकी दूतावास के प्रथम सचिव जेफ्रे सिलिन और द्वितीय सचिव डेविन बर्नस्टीन व्लादिवोस्तोक में अमेरिकी दूतावास के उस पूर्व कर्मचारी के ‘संपर्क में रहे’, जिसे इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी राजनयिकों पर पूर्व कर्मचारी से मुखबिरी कराने के आरोप लगाए गए हैं।

पूर्व कर्मचारी शोनोव पर यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई तथा संबंधित मुद्दों के बारे में अमेरिकी राजनयिकों के लिए सूचना एकत्रित करने का आरोप है। शोनोव 25 वर्षों से अधिक समय तक सुदूर पूर्व के शहर व्लादिवोस्तोक में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास में पेरोल पर कार्यरत था। मॉस्को ने 2021 में मिशन के स्थानीय कर्मचारियों को बर्खास्त करने का आदेश दिया था।

रूस की FSB सुरक्षा सेवा ने शोनोव का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें शोनोव को यह स्वीकार करते हुए देखा जा सकता है कि सिलिन और बर्नस्टीन ने उससे यूक्रेन में रूस के युद्ध प्रयासों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए कहा था। इसके अलावा “नए क्षेत्रों” का विलय, इसकी सैन्य लामबंदी और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव पर भी जानकारी जुटाने को कहा गया था।

बयान के अनुसार, रूस में अमेरिका की राजदूत लिन ट्रेसी को बृहस्पतिवार को तलब किया गया और उन्हें सिलिन तथा बर्नस्टीन को निष्कासित किए जाने की सूचना दी गयी। इसके जवाब में मॉस्को में अमेरिकी दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी सरकार जल्द ही मामले में ‘उचित जवाब’ देगी।

रूस की इस घोषणा के बाद वाशिंगटन ने अपने राजनयिकों के निष्कासन की निंदा की है और जल्द ही जवाबी कदम उठाने की बात कही है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, “हमारे राजनयिकों का यह अकारण निष्कासन पूरी तरह से गलत और अवैधानिक है। यह हमारे दूतावास के एक पूर्व रूसी ठेकेदार के खिलाफ मामला है, जिसे हमारे दूतावास को मीडिया क्लिप उपलब्ध कराने जैसी गतिविधियों को अंजाम देने के कथित घृणित कार्य के लिए गिरफ्तार किया गया था।”

मिलर ने कहा कि रूस ने एक बार फिर “रचनात्मक कूटनीतिक जुड़ाव के बजाय टकराव और तनाव” को चुना है। वाशिंगटन इस मसले पर जवाबी कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा, “हमें खेद है कि रूस ने यह रास्ता अपनाया है और आप निश्चित रूप से उम्मीद कर सकते हैं कि हम उनके कार्यों का उचित जवाब देंगे। वह हमारे दूतावास के कर्मचारियों को परेशान कर रहा है, जैसे वह अपने नागरिकों को डराना जारी रखे हुए है।”
     
इस बीच, स्लोवाकिया ने भी बृहस्पतिवार को कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन करने को लेकर देश की राजधानी ब्रातिस्लावा में रूसी दूतावास के एक राजनयिक को निष्कासित कर रहा है। उसने कथित उल्लंघन की कोई जानकारी नहीं दी। स्लोवाकिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि राजनयिक को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।

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