भारत और वियतनाम की यात्रा से लौटते ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुसीबत बढ़ गई।
रिपब्लिकन स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने उनके खिलाफ महाभियोग की जांच शुरू करने को मंजूरी दे दी। उनपर आरोप है कि उनकी जानकारी में बेटे हंटर बाइडेन ने कई गैरकानूनी विदेशी डील कीं।
हंटर बाइडेन पर टैक्स चोरी और भी कई तरह के आरोप हैं। हालांकि एक कार्यक्रम के दौरान जब जो बाइडेन से महाभियोग को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसपर गौर नहीं किया।
उन्होंने मीडिया को इस बारे में कुछ नहीं बताया। हालांकि वाइट हाउस की तरफ से सभी आरोपों को खारिज कर कहा गया कि बाइडेन ने कुछ भी गलत नहीं किया है।
80 साल के बाइडेन से जब महाभियोग पर सवाल किया गया तो वह मौन रहे लेकिन उनकी प्रेस सेक्रेटरी ने जवाब देते हुए कहा, विपक्षी पूरे साल राष्ट्रपति के खिलाफ जांच करते रहे हैं।
उनके पास कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कभी कुछ गलत नहीं किया। रिपब्लिकन हाउस के सदस्यों का कहना है कि डेमोक्रेट बाइडेन ने अपने बेटे के अवैध कारोबार को लेकर अमेरिका की जनतासे झूठ बोला है।
वहीं बाइडेन की प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि रिपब्लिकन के पास सदन में बहुमत ही नहीं है ऐसे में वह महाभियोग चला ही नहीं सकता।
उन्होंने कहा, यहां तक की रिपब्लिकन भी मानते हैं कि बाइडेन के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। बता दें कि कुछ इसी तरह पिछले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भी हुआ था।
चुनाव से ठीक पहले उनके खिलाफ महाभियोग की चर्चा थी। बता दें कि जो बाइडेन कैंसर कैबिनेट की एक मीटिंग में शामिल होने पहुंचे थे।
इसमें कैंसर के इलाज को लेकर चर्चा हो रही थी। इसी बीच रिपोर्टर ने उनसे महाभियोग पर सवाल पूछ लिया। अमेरिकी सीनेट में बहुमत डेमोक्रेट्स का ही है।
ऐसे में हो सकता है कि इस महाभियोग पर जो बाइडेन गंभीर ना हों। दूसरा उनका कार्यकाल पूरा होने वाला है। बढ़ती उम्र को लेकर वह दोबारा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं दिखाई देते हैं। ऐसे में इस तरह के आरोप उनके लिए बहुत मायने नहीं रखते हैं।
बता दें कि कैंसर के कार्यक्रमों में जो बाइडेन अकसर पहुंचते हैं। साल 2015 में ब्रेन कैंसर की वजह से उनके बड़े बेटे की मौत हो गई थी।
इसके अलावा हाल ही में फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के शरीर से भी कैंसरस स्किन लेजन निकाले गए हैं।
बताते चलें कि हंटर बाइडेन ड्रग अडिक्ट भी थे। बताया जा रहा है कि वह अब धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। वहीं हंटर बाइडेन पर टैक्स चोरी के भी आरोप थे।