गले तक कर्ज में डूबे पाकिस्तान की माली हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है।
पाकिस्तानी सरकार के पास धन की इतनी कमी है कि उसके सरकारी एयरलाइंस तक चलाने के लिए पैसे नहीं है।
लगातार धन का संकट झेल रहे पाकिस्तान में आम जरूरतों की चीजों का पहले से ही अकाल है, अब वहां जीवनरक्षक दवाओं का स्कॉट भी खत्म होने वाला है। लाचारी से भरे पाकिस्तान को अब अपने पड़ोसी इस्लामिक देश ईरान से मदद मांगनी पड़ रही है।
दवा की कमी का सामना कर रहे पाकिस्तान ने अब इसके समाधान के लिए ईरान से सहयोग लेने की इच्छा व्यक्त की है। दोनों देशों के दवा नियामक प्राधिकरण फास्ट ट्रैक आधार पर जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक रणनीति तैयार करेंगे। दवाओं पर साझा सहमति के लिए मंगलवार को पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) मंत्री डॉ नदीम जान और पाकिस्तान में ईरानी राजदूत रेजा अमीरी-मोघदाम की बैठक में फैसला लिया गया।
नहीं हैं एयरलाइंस चलाने तक के पैसे
पाकिस्तान के सरकारी स्वामित्व वाले उद्यम लंबे समय से चिंता का विषय रहे हैं। वित्तीय स्थिति में गिरावट से वित्तीय तनाव पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहा है। पाकिस्तान सरकार के पार एयरलाइंस चलाने तक के पैसे नहीं बचे हैं। हाल ही में पाकिस्तान ने संघर्षरत राज्य-संचालित पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को फिर से निजीकरण सूची में जोड़ा।
बिजली के दाम से परेशान पाकिस्तानी अवाम
बीते दिनों पाकिस्तान ने अपने नागरिकों पर ज्यादती करते हुए वहां बिजली के बिल में और इजाफा कर दिया। पाकिस्तान की जनता अब 64 रुपये यूनिट बिजली का बिल भर रही है। पाकिस्तानी सरकार की इस मनमानी के चलते वहां की जनता में आक्रोश है। बढ़े हुए बिजली बिल से परेशान पाकिस्तानी अवाम सड़कों पर है और इसका विरोध करती नजर आई। अपने विरोध में लोग बिजली का बिल जलाते हुए नजर आए।