यूक्रेन के साथ जारी एक साल से भी लंबे युद्ध में अब रूस को बाहरी सहायता की जरूरत पड़ने लगी है।
यूक्रेन से युद्ध लड़ने के लिए अब वह हथियारों के लिए उत्तर कोरिया की तरफ देख रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन इसी महीने व्लादिमीर पुतिन से मिलने रूस जाने वाला है।
दोनों नेता आपस में हथियारों को लेकर सहयोग पर चर्चा करेंगे। हालांकि इस मीटिंग की सही लोकेशन और समय की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक किम जोंग उन अपनी स्पेशल ट्रेन से रूस पहुंच सकता है। व्हाइट हाउस की तरफ से पहले ही इस बात की संभावना जताई गई थी कि हथियारों को लेकर रूस और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत चल रही है।
वहीं अमेरिका के एनएससी प्रवक्ता जॉन किरबी ने कहा था कि रूस के रक्षा मंत्री शरजेई शोइजू हाल ही में प्योंगयांग गए थे और उन्होंने हथियारों की बिक्री को लेकर चर्चा की थी।
अमेरिका ने उत्तर कोरिया को दी चेतावनी
बता दें कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद पहली बार है जब उत्तर कोरिया ने विदेशी मेहमानों के लिए अपने दरवाजे खोले हैं।
पुतिन और किम के बीच एक लेटर भी एक्सचेंज हुआ है जिसमें हथियारों को लेकर समझौते की बात पर सहमति जताई गई है। उन्होंने यह भी कहा था कि उत्तर कोरिया को रूस के साथ हथियारों को लेकर बातचीत बंद कर देनी चाहिए और प्योंगयांग को ने जो प्रतिबद्धता जताई थी उसका पालन करना चाहिए। अमेरिका की तरफ से उत्तर कोरिया को चेतावनी भी दी गई कि अगर वह रूस के साथ हथियारों का व्यापार करता है तो उसे प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ सकता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की मानें तो किम जोंग उन और पुतिन के बीच मीटिंग रूस के उत्तरी तट पर स्थित शहर व्लादिवोस्तोक में हो सकती है।
बीते महिने उत्तर कोरिया की एक टीम इसी शहर में पहुंची थी। इसमें किम जोंग उन के सुरक्षा अधिकारी भी शामिल थे।
उत्तर कोरिया भी रूस से तकनीकी मदद चाहता है ताकि वह परमाणु पनडुब्बी और सैटलाइट के क्षेत्र में काम कर सके। 2019 में भी किम जोंग अपनी स्पेशल ट्रेन से व्लादिवोस्तोक पहुंचा था।