चांद पर चंद्रयान 3 लैंडिंग के बाद से ही सफलता के झंडे गाड़ रहा है।
ताजा अपडेट है कि चांद की सतह पर सल्फर, एल्युमिनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगेनीज, ऑक्सीजन और सिलिकॉन का पता लगा लिया है।
हालांकि, चंद्रयान की खोज की फेहरिस्त यहां खत्म नहीं होती है। इसके अलावा भी तापमान, क्रेटर जैसी चीजों का भी पता लगाया जा चुका है।
23 अगस्त को ही चंद्रयान 3 ने चांद की सतह पर दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया था।
फिलहाल, चंद्रयान 3 को 14 दिनों (चांद पर एक दिन के बराबर) के मिशन के लिए तैयार किया गया है।
जानकार बता रहे हैं कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की हालत सामान्य है। साथ ही संभावनाएं जताई जा रही हैं कि चांद पर दोबारा सूर्योदय होने के बाद दोबारा काम करना शुरू कर सकते हैं।
चांद पर चंद्रयान को मिले ये तत्व
एल्युमिनियम, कैल्शियम, सल्फर, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगेनीज, ऑक्सीजन और सिलिकॉन की खोज हो चुकी है। चंद्रयान की इस सफलता को काफी अहम माना जा रहा है।
दरअसल, अगर चांद की सतह पर भारत हाइड्रोजन की खोज कर लेता है, तो यह पानी की खोज में अहम पड़ाव को पार कर लेगा।
क्रेटर मिला
चांद की सतह पर प्रयोग करने के मकसद से रोवर प्रज्ञान चहलकदमी कर रहा है। इसी बीच रोवर की राह में 4 मीटर डायमीटर का क्रेटर आ गया। बताया जा रहा है कि प्रज्ञान से यह क्रेटर 3 मीटर आगे था। इसके बाद प्रज्ञान को नई राह पर भेजा गया था। खबर है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऐसे कई क्रेटर्स मौजूद हैं।
तापमान भी लिया
हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की ओर से तापमान से जुड़ा ग्राफ जारी किया था। इसमें बताया गया था कि चांद पर तापमान -10 डिग्री सेल्सियस से लेकर करीब 70 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है।