अमेरिका में कोरोना एक बार फिर पैर पसार रहा है। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC)की तरफ से मिली जानकारी काफी चिंताजनक है।
कोरोना का संक्रमण एक बार फिर स्कूलों, कार्य स्थलों और अन्य जगहों पर फैलने लगा है। जानकारों का कहना है कि सर्दियों के दिन में कोरोना विकराल रूप ले सकता है।
बीते दो सप्ताह में अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में 24 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पहले की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में काफी कमी है।
ज्यादातर लोगों में हल्के लक्षण ही देखे जाते हैं। उन्हें सर्दी-जुकाम जैसी परेशानी होती है और घर पर ही ठीक हो जाते हैं। वहीं बहुत सारे अमेरिकी अब कोरोना की पहले वाली जिंदगी में लौट रहे हैं।
लोग अपना टेस्ट करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके आलावा मास्क लगाने और सोशल डिस्टैंसिंग का भी पालन करने लगे हैं।
मिनेसोटा यूनिवर्सिटी में संबंधित डिपार्टमेंट के हेड माइकल टी ओस्टेरहोम ने कहा, जब से कोरोना महामारी शुरू हुई थी, तब से अब हम सबसे सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता ही नहीं था कि हम कोरोना के बाद का सूर्योदय देख पाएंगे। हालांकि यह संभव हो गया है। वहीं बात करें तो लैटेस्ट कोरोना आउटब्रेक की तो इसी महीने नाशविले में एक राजनीतिक मीटिंग में कम से कम दर्जनभर लोग कोरोना संक्रमित हो गए।
बहुत सारे ऐसे स्कूल हैं जो कि पहले की तरह दोबारा कोविड टेस्टिंग शुरू नहीं करना चाहते। शायद उन्हें इस बात का डर है कि बहुत सारे लोग कोरोना संक्रमित निकलेंगे।
हालांकि कुछ स्कूलों ने मास्क को अनिवार्य कर दिया है। एक अन्य जानकार ने कहा कि हो सकता हैकि इस बार सर्दियां बढ़ते ही कोरोना संक्रमण भी बढ़े लेकिन यह पहले जैसा खतरनाक नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना के लक्षण फ्लू जैसे ही होंगे और लोग इससे लड़ने में खुद कामयाब हो जाएंगे।