चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को दुनिया भर के देशों से प्रशंसा मिली है।
इनमें पाकिस्तान भी शामिल है। पाकिस्तान के मीडिया आउटलेट्स ने भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि को बड़े स्तर पर कवर किया।
पूर्व मंत्रियों और समाचार एंकरों ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की उपलब्धि की जमकर सराहना की।
पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज के एक शो में अपने देश की चुनौतियों के संदर्भ में भारत की चंद्र उपलब्धि पर चर्चा की गई।
इस शो की एक क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। शो की होस्ट हुमा अमीर शाह और अब्दुल्ला सुल्तान ने भारत-पाकिस्तान की वर्तमान स्थित पर चर्चा की। इस दौरान टीवी एंकर हुमा कहती हैं, “इंडिया चांद पर पहुंच गया और हम बीच में ही फंस गए हैं।”
वह आगे कहती हैं, ”हमें अपना दायरा बढ़ाने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत और पाकिस्तान अपनी दुश्मनी को अंतरिक्ष अन्वेषण जैसे क्षेत्रों में लाभकारी प्रतिस्पर्धा में बदल सकते हैं। उन्होंने भारत के चंद्र मिशन की खूब तारीफ की। दोनों टीवी एंकरों ने इसे ‘बेहद अद्भुत’ बताया गया। दोनों ने यह भी कहा कि उन्हें इस उपलब्धि पर बेहद खुशी महसूस हो रही है। एंकर कहते हैं, “हमें यहां बैठ के खुशी हो रही थी।”
एंकर कहती हैं, ‘इंडिया चांद पर पहुंच गया है। अंदाजा लगाइए। हम बीच में ही फंसे हुए हैं। अपनी लड़ाइयों में लगे हुए हैं। आवाम खतम हो रही है।
हम अपने बच्चों को ही चांद-चांद कहने पर लगे हुए हैं। भारतीय स्पेस सेंटर में क्या (कमाल) का दृश्य था। हमारा रंग भी एक जैसा है, हमारे बालों का कलर भी एक जैसा है फिर भी बहुत फर्क है।” देखिए ये वीडियो-
पाकिस्तान ने चंद्रयान-3 की सफलता को ‘महान वैज्ञानिक उपलब्धि’ बताया
इससे पहले भारत के चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को “महान वैज्ञानिक उपलब्धि” बताते हुए पाकिस्तान ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों की सराहना की।
पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों ने अमीर देशों की तुलना में कम बजट में इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए भारत की तारीफ की। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच से शुक्रवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल की सफल सॉफ्ट-लैंडिंग पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया था।
उन्होंने अपनी संक्षिप्त प्रतिक्रिया में कहा, “मैं केवल यह कह सकती हूं कि यह एक महान वैज्ञानिक उपलब्धि है। इसके लिए इसरो के वैज्ञानिक सराहना के पात्र हैं।”
पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर अब तक भारत की ऐतिहासिक सफलता को नजरअंदाज किया था।
हालांकि, पाकिस्तानी समाचार पत्रों ने इस ऐतिहासिक क्षण को पहले पन्ने पर स्थान दिया। समाचार पत्र ‘डॉन’ ने अपने संपादकीय ‘भारत की अंतरिक्ष खोज’ में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को ऐतिहासिक बताया।
उसने कहा कि भारत इस विशेष उपलब्धि के लिए सराहना का पात्र है, क्योंकि उसने कम बजट में वह हासिल किया, जो अमीर देशों ने बड़ी रकम खर्च करके हासिल किया था।