7 लाख रूपये से अधिक के मिलेट्स उत्पादों का कर चुके हैं विक्रय
सामान्य कृषक परिवार से आने वाले जय प्रकाश पटेल आज आज एक सफल उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हैं।
रायगढ़ जिले के ग्राम पंचायत डोंगीतराई के रहने वाले पटेल प्रतिदिन 400-500 किलो मिलेट्स जैसे कोदो, बाजरा, रागी आदि प्रोसेस एवं पैक करके बाजार में विक्रय कर रहे हैं।
साथ ही वे आसपास के अन्य किसानों को भी कोदो एवं अन्य मिलेट के उत्पादन हेतु प्रोत्साहित कर रहे है।
पटेल अब तक 7 लाख रूपये से अधिक की बिक्री कर लगभग 90 हजार रूपये तक का शुद्ध लाभ प्राप्त कर चुके है।
जय प्रकाश पटेल की उद्यमी बनने की राह आसान की महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) ने।
रीपा के तहत 25 लाख रूपये की लागत से मिलेट, अनाज प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग यूनिट स्थापित करने के लिए उन्हें बैंक द्वारा 10 लाख रुपये का ऋण पीएमईजीपी के अंतर्गत 5 लाख रूपए का ऋण एवं रीपा की ओर से 10 रूपए लाख रूपए की राशि दी गई है।
जय प्रकाश पटेल एक सामान्य कृषक परिवार से आते हैं। पिता के साथ बचपन से ही कृषि कार्य में हाथ बटाते हुए उन्होंने एमए तक अपनी पढ़ाई भी पूरी की।
पढ़ाई पूरी करने के पश्चात उन्होंने फसल बाजार कंपनी मे सेल्स मेन की नौकरी की एवं कृषि उत्पादों को बेचने के गुर सीखे। उन्हें अपने सपनों की उड़ान रीपा योजना से जुडऩे के पश्चात मिली। रीपा योजना से जुड़कर अन्य युवा भी अपने सपने को पूर्ण करने में सफल हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी एवं जन कल्याणकारी योजना महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) ग्रामीण युवाओं के उद्यमी बनने के सपने को साकार करने का मौका दे रही है।
यही कारण है कि आज रीपा योजना से ग्रामीण युवाओं एवं महिला समूहों के लिए रोजगार के अवसर खुल रहे हैं।