अब तक करीब 129 करोड़ रूपए से ज्यादा की हुई बचत
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक सम्पन्न
मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में राज्य प्रवर्तित श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना के अंतर्गत गठित राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
मुख्य सचिव ने राज्य के विभिन्न जिलों के नगरीय निकाय क्षेत्रों में संचालित की जा रही करीब 197 जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में नागरिकों को सस्ती दर पर उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों से जिलेवार विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने जिले के कलेक्टरों से समय-समय पर धनवंतरी मेडिकल स्टोर के निरीक्षण कर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा है।
मुख्य सचिव ने नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों से कहा है कि राज्य शासन की नागरिकांे को अच्छी गुणवत्ता की जेनेरिक दवाएं सस्ती दर पर धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना से उपलब्ध करायी जा रही है।
यह महत्वपूर्ण योजना है। उन्होंने नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स की लगातार मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए है।
राज्य प्रवर्तित श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना की राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े राज्य शहरी विकास अभिकरण के सीईओ सौमिल रंजन चौबे ने प्रस्तुतीकरण के जरिए बताया कि प्रदेश के नागरिकों के ईलाज हेतु आसानी से जेनेरिक दवाएं सस्ते दर पर उपलब्ध हो इसके लिए राज्य शासन द्वारा प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर खोले गए हैं। इन मेडिकल स्टोरों पर करीब 329 जेनेरिक मेडिसन और 26 सर्जिकल आइटम सस्ती दरों पर उपलब्ध हैं। मेडिकल स्टोरों पर एमआरपी पर से करीब 50 से 72 प्रतिशत डिसकाउंट पर दवाएं उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि धन्वंतरी दवा दुकानों में सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, इन्सुलिन के साथ गंभीर बीमारियों की दवा, एंटीबायोटिक, सर्जिकल आईटम भी रियायती मूल्य पर जरूरतमंदों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना 20 अक्टूबर 2021 से शुरू की गई है। योजना के तहत राज्य के समस्त 169 नगरीय निकायों में 197 श्री धनवंतरी मेडिकल स्टोर खोले गए। शासकीय चिकित्सकों को अस्पताल में इलाज हेतु आने वाले मरीजों को जेनेरिक दवाई लिखना अनिवार्य किया गया है। योजना से अब तक 212 करोड़ रूपए एम.आर.पी. की दवाओं को 83 करोड़ 77 हजार रूपए में विक्रय किया गया। इससे करीब नागरिकों को 129 करोड़ रूपए से ज्यादा की बचत हुई है। गौरतलब है कि प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकाय में संचालित धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल की दुकानों से 73 लाख 92 हजार से अधिक नागरिकों ने सस्ती दवायें खरीदी है। जिससे लोगों को काफी राहत मिली है और कम मूल्य पर दवा उपलब्ध होने से उन्हें बचत हो रही है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस से आयोजित इस बैठक में नगरीय प्रशासन विकास विभाग के विशेष सचिव डॉ. अयाज तम्बोली, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जयप्रकाश मौर्य, छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के संचालक अनिल राय और संयुक्त सचिव वन श्रीमती पुष्पा साहू सहित स्वास्थ्य, वन और अन्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए।