कांग्रेस के पूर्व नेता और वरिष्ठ एडवोकेट कपिल सिब्बल अब भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज सुब्रमण्यम स्वामी का केस लड़ने जा रहे हैं।
खास बात है कि स्वामी ने यह केस भाजपा के ही एक और नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ चल रहा है।
दिल्ली की कोर्ट में इस केस को लेकर सुनवाई शुरू होने जा रही है।
क्या है केस
भाजपा नेता बग्गा ने स्वामी पर मानहानि के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि स्वामी ने उनपर भाजपा में शामिल होने से पहले कई बार जेल जाने के आरोप लगाए हैं।
साथ ही बग्गा का कहना है कि इसे लेकर स्वामी ने ‘झूठा औ गलत’ ट्वीट भी किया था। खास बात है कि वरिष्ठ नेता के माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर 1 करोड़ से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
इस मामले में ट्रायल कोर्ट की तरफ से समन भी जारी किया गया था, जिसे स्वामी ने 4 अप्रैल 2022 में हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।
तब उच्च न्यायालय ने समन पर रोक लगा दी थी। बहरहाल, ताजा अपडेट है कि बुधवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट में स्वामी की ओर से एडवोकेट सत्य सभरवाल ने कोर्ट को बताया कि सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल उनके लिए पेश होने वाले हैं।
सभरवाल ने अनुच्छेद 370 मामले में सिब्बल की व्यस्तता का हवाला दिया और मामले को स्थगित करने की मांग की। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से समाप्त किए गए अनुच्छेद 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच लगातार सुनवाई कर रही है।
एक-दूसरे के खिलाफ लड़ चुके केस
खास बात है कि स्वामी और सिब्बल दोनों ही कोर्ट में कई बार एक-दूसरे के आमने-सामने आ चुके हैं।
इसका बड़ा उदाहरण नेशनल हेराल्ड मामला था। राम जन्मभूमि मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से पेश होने के चलते भी स्वामी ने सिब्बल की आलोचना की थी।