अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत को ‘सबसे अहम देश’ मानते हैं।
भारत में अमेरिका के नए राजदूत एरिक गार्सेटी ने एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। उन्होंने बताया कि इतिहास में ऐसा किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने कभी नहीं कहा है।
इस दौरान उन्होंने अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदायों और दोनों देशों के बीच रिश्तों की भी काफी सराहना की।
इंडियास्पोरा G20 फोरम पर गार्सेटी ने बताया कि बाइडेन ने उन्हें दुनिया में भारत के महत्व के बारे में बताया है।
उन्होंने बताया, ‘जब उन्होंने (बाइडेन) ने मुझे यहां आने के लिए कहा तो मुझसे उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में यह देश मेरे लिए सबसे जरूरी है। मुझे लगता है कि दो देशों के इतिहास में कभी भी किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बात कही होगी।’
भारतीय समुदाय को लेकर गार्सेटी ने कहा कि 40 लाख लोग अमेरिका की 1 फीसदी आबादी हैं, लेकिन टैक्स में उनकी हिस्सेदारी 6 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा, ‘फॉर्च्यून 500 CEOs के 10 फीसदी में वे हैं।’ संबोधन के दौरान अमेरिकी राजदूत ने अपने भारत में रहने के सपने पर भी बात की और बताया कि वह बौद्ध शिक्षा के लिए भारत आने वाले थे।
उन्होंने बोधगया में रहने की योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘लेकिन राजनीति आड़े आ गई। मैं छात्र परिषद में चुना गया और मैंने वादा किया था कि मैं सेवा करूंगा। ऐसे में मेरा भारत में रहने का सपना खत्म सा हो गया।
लेकिन ब्रह्मांड के पास लोगों और सपनों को जोड़ने का एक अजीब तरीका है। अब जब राष्ट्रपति बाइडेन ने मुझे यहां आने के लिए कहा तो अचानक मैंने अपना सपना जीना शुरू कर दिया।’