भारत का मिशन चांद लगातार अपने कदम की तरफ आगे बढ़ रहा है। हर पल यान की चांद से दूरी कम हो रही है।
अब इसरो ने चंद्रयान-3 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। इसरो ने बताया कि चंद्रयान-2 के आर्बिटर से चंद्रयान-3 के बीच सफलतापूर्वक संपर्क स्थापित हुआ है।
चंद्रयान-2 के आर्बिटर ने यान-3 का स्वागत किया है। दोनों के बीच दो तरफा संवाद हुआ है। इसरो ने साथ ही चंद्रयान-3 की चांद पर लैंडिंग का ताजा अपडेट भी दिया है।
भारत का अंतरिक्ष चंद्रयान-3 पल-पल चांद की सतह को चूमने के लिए और करीब जा रहा है।
इसरो के वैज्ञानिक इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि चाहे कोई भी गड़बड़ क्यों न हो जाए लेकिन, यान की चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग होकर ही रहेगी।
पहले इसरो चीफ एस सोमनाथ और फिर चंद्रयान-2 और 3 की लॉन्चिंग के वक्त इसरो के सहयोगी रहे एयरोस्पेस वैज्ञानिक प्रोफेसर राधाकांत पाधी का भी दावा है कि चंद्रयान-2 की असफलता के बाद इसरो ने बहुत सुधार किए और यान-3 को इस तरह से बनाया गया है कि वह सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ही लेगा।
चंद्रयान-2 के आर्बिटर से हुआ संपर्क
इसरो ने सोमवार 21 अगस्त 2023 को जानकारी दी कि चांद की तरफ बढ़ रहा यान-3 की चंद्रयान-2 के आर्बिटर से सफलतापूर्वक संपर्क स्थापित हुआ है।
दोनों के बीच दो-तरफा संवाद हुआ है। चंद्रयान-2 के आर्बिटर ने चांद की कक्षा में यान-3 का स्वागत किया है।
बता दें कि रविवार सुबह तक चंद्रयान-3 की चांद की सतह से दूरी महज 25 किलोमीटर थी, जो अब घटकर काफी कम हो गई है। चंद्रयान-3 चांद के चारों तरफ चक्कर लगाते हुए उसके नजदीक आ रहा है।
लैंडिंग अपडेट
इसरो ने 21 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडिंग पर ताजा अपडेट भी जारी किया है। बताया कि लैंडिंग का समय 23 अगस्त शाम 6.04 मिनट रखा गया है।
इस समय यान को चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की जाएगी। इसरो ने यह भी बताया कि लैंडिंग इवेंट का सीधा प्रसारण स्थानीय समयानुसार शाम 5.20 मिनट पर शुरू होगा।