यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर लौटे छात्रों को एसकेएमसीएच में इंटर्नशिप का मौका मिलेगा।
सरकार के निर्देश के बाद मेडिकल कॉलेज में इसकी तैयारी हो रही है। प्राचार्य प्रो. आभा रानी सिन्हा ने बताया कि हमलोग सात प्रतिशत विदेश से पढ़े छात्रों को इंटर्नशिप देंगे, इसके लिए एक कमेटी बनाई जायेगी।
एसकेएमसीएच में विदेश से एमबीबीएस की डिग्री लेने वाले 20 छात्रों ने इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया है। एसकेएमसीएच के प्रशासनिक अधिकारी प्रो. रमाकांत प्रसाद ने बताया कि विदेश से डिग्री लेकर आने वाले छात्रों को एक्सटर्न्स कहा जाता है।
इन्हें इंटर्नशिप देने से पहले एकेडमिक काउंसिल की बैठक भी बुलाई जायेगी। यूक्रेन में लड़ाई शुरू होने के बाद उत्तर बिहार के 50 से अधिक छात्र वहां से वापस लौटे थे।
उधर, यू्क्रेन से पढ़ाई के बीच में ही लौटे छात्रों ने बताया कि वे न तो यूक्रेन जा पा रहे हैं और न भारत में ही उनका कहीं दाखिला हो रहा है।
यूक्रेन से लौटे कुणाल ने बताया कि वह सकेंड ईयर के छात्र हैं। बीच पढ़ाई में ही यूक्रेन से लौट गये। यहां आने के बाद वापस यूक्रेन नहीं जा पा रहे हैं। अपने देश में भी उनका दाखिला नहीं हो पा रहा है।
कुणाल ने बताया कि उनके जैसे कई छात्र हैं, जो फर्स्ट ईयर या सकेंड ईयर में वापस आ गये। ऐसे छात्रों के बारे में नेशनल मेडिकल कमीशन ने कोई फैसला नहीं लिया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार से मांग है कि उन्हें मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के लिए दूसरे देश के विश्वविद्यालय या कॉलेज में भेजा जाये, ताकि वे मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर सकें।