पिछले साल हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में 156 सीटों के साथ बीजेपी ने ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की थी और कांग्रेस महज 17 सीटों पर सिमट गई थी।
इस चुनाव में प्रचार को लेकर किए गए खर्च के आंकड़े में भी बीजेपी कांग्रेस से काफी आगे थी।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी ने करीब 210 करोड़ रुपये गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार पर खत्म किए थे, जबकि इस मद पर कांग्रेस का कुल खर्च 103 करोड़ रुपये रहा था।
बीजेपी के खर्चे की रिपोर्ट गुरुवार को चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी हुई । इसके मुताबिक, 209.97 करोड़ में से 163.77 करोड़ रुपये पार्टी के सामान्य प्रचार पर खर्च किया गया।
इसके अलावा पार्टी ने 5.15 करोड़ रुपये आपराधिक छवि की पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के बारे में बताने के लिए खर्च किए।
सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत सभी राजनीतिक दलों के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि उम्मीदवारों के खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों के बारे में सभी विवरण न केवल स्थानीय समाचार पत्रों में बल्कि पार्टी की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल पर भी पार्टियों को देना होगा।
182 सीटों में से 17 सीट जीतकर काफी अंतर से दूसरे नंबर पर रहने वाली कांग्रेस ने चुनाव आयोग को बताया है कि उसने गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार पर कुल 103.26 करोड़ रुपये खर्च किया। पांच सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी ने फरवरी में बताया था कि उसने गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार पर कुल 33.8 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
बीजेपी की केंद्रीय यूनिट ने बाताया था कि उसने चुनाव प्रचार के लिए नितिन गडकरी और अमित शाह की यात्राओं पर 2.88 करोड़ रुपये खर्च किया और मीडिय पर विज्ञापन में उसने 27 लाख खर्च किए, जो पूरी तरह से गूगल को मिला।
पार्टी ने चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को लगभग 41 करोड़ रुपये का भुगतान किया और विमान तथा हेलीकॉप्टर के उपयोग सहित यात्रा व्यय पर कुल 15 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए।