भतीजे अजित पवार और चाचा शरद पवार की बैठकें जारी हैं।
अब इन बैठकों ने महाविकास अघाड़ी (MVA) को चिंता में डाल रखा है।
अब खबरें आ रही हैं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP में जारी उठा पटक के बीच उद्धव ठाकरे और कांग्रेस बगैर पवार के ही चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं।
हालांकि, अब तक आगे की योजनाओं को लेकर शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
समीक्षा में जुटे उद्धव ठाकरे
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उद्धव सेना ने लोकसभा क्षेत्रों की समीक्षा की तैयारी की है। खास बात है कि इन क्षेत्रों में पवार परिवार का गढ़ बारामती सीट भी शामिल है।
कहा जा रहा है कि अब उद्धव अपने ही दम पर 48 लोकसभा क्षेत्रों में उतरने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। फिलहाल, बारामती सीट से सीनियर पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं।
क्यों हो रही है ‘Plan B’ की तैयारी
खबर है कि कांग्रेस और शिवसेना चाचा-भतीजे की बैठक को लेकर खुलकर आपत्तियां जता चुके हैं।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, उद्धव ठाकरे एमवीए के काम और सीनियर पवार की गतिविधियों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
रविवार को ही महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने ठाकरे और राज्यसभा सांसद संजय राउत के साथ लंबी बैठक की थी।
कांग्रेस भी तैयार
इधर, कांग्रेस ने अपने पर्यवेक्षकों को सभी 48 सीटों पर जानकारी जुटाने के लिए कहा है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बुधवार को पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हो सकती है, जहां इन सीटों पर मंथन किया जा सकता है।
पटोले का कहना है कि अगर वे (शरद और अजित पवार) रिश्तेदार हैं, तो हमेशा एक दूसरे के आवास पर मिल सकते हैं, लेकिन कहीं और चुपके से क्यों मिलना?
उन्होंने कहा, ‘हमने उद्धव जी के साथ बैठक में इस पर चर्चा की है और राहुल गांधी को भी सूचित कर दिया गया है।’