तोशाखाना मामले में अटक जेल में तीन साल की सजा काट रहे इमरान से गुरुवार को उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने मुलाकात की।
गिरफ्तारी के बाद पहली बार वह खान से मिलने पहुंची थीं। इमरान के वकीलों के साथ बुशरा जेल पहुंची थी।
हालांकि वकील नईम पंजोठा, शेर अफजल मारवात और अली इजाज बुट्टर को मिलने की इजाजत नहीं दी। जेल सूत्रों के अनुसार, अदालत का आदेश दिखाने के बाद भी वकीलों को जेल से बाहर रहने के लिए कहा गया।
बुशरा ने करीब एक घंटे तक इमरान से मुलाकात की इसके बाद वह लाहौर रवाना हो गईं।
वहीं दूसरी तरफ, पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को पाक पीएम शहबाज शरीफ और विपक्ष के नेता राजा रियाज ने मुलाकात की।
पीएम आवास पहुंचने पर रियाज से पूछा गया कि वह अपनी तरफ से किसे नामांकित करेंगे, इस पर उन्होंने कहा, मेरे दिमाग में तीन नाम हैं।
सूत्रों के अनुसार, जो तीन नाम प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें दो नामांकन शामिल हैं – पूर्व राजनयिक जलील अब्बास जिलानी और पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तस्सदुक हुसैन जिलानी।
हालांकि इस संबंध में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) द्वारा कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है।
अल कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान की जमानत रद्द
इस्लामाबाद की एक जवाबदेही अदालत ने अल कादिर ट्रस्ट मामले में गुरुवार को इमरान खान की जमानत खारिज कर दी।
इमरान पर 19 करोड़ पाउंड की हेराफेरी का आरोप है। मामले की सुनवाई जवाबदेही अदालत नंबर 1, इस्लामाबाद के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर ने की।
इमरान के वकील ख्वाजा हारिस और राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के उप अभियोजक जनरल सरदार मुजफ्फर अदालत में पेश हुए।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद, अदालत ने अनुपालन न करने पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष की अंतरिम जमानत रद्द कर दी। इमरान खान पर अल-कादिर ट्रस्ट मामले में धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज है।