पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार को एक इस्लामी राजनीतिक दल के एक सम्मेलन में हुए विस्फोट में 40 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से ज्यादा घायल हो गए।
यह जानकारी मीडिया की एक खबर से मिली। ‘जियो न्यूज’ ने पुलिस के हवाले से बताया कि यह विस्फोट बाजौर के खार में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के कार्यकर्ता सम्मेलन में हुआ।
बताया जाता है कि यह एक सुसाइड हमला था, जो इतने बड़े पैमाने पर लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ा।
बड़ी संख्या में लोग घायल
पुलिस ने कहा कि इस विस्फोट में करीब 200 लोग घायल हो गए और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। ‘रेस्क्यू 1122’ के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने ‘डॉन’ समाचार पत्र को बताया कि पांच एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और एकता की ताकत से इसके खतरे को खत्म करेगा।
उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खेलते हैं, वे इंसान कहलाने के लायक नहीं हैं।
शाम चार बजे की घटना
जेयूआई-एफ खैबर पख्तूनख्वा के प्रवक्ता अब्दुल जलील खान ने जियो न्यूज को बताया कि विस्फोट शाम करीब चार बजे उस समय हुआ जब मौलाना लईक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
प्रांतीय प्रवक्ता ने कहा कि सम्मेलन के दौरान जेयूआई-एफ एमएनए मौलाना जमालुद्दीन और सीनेटर अब्दुल रशीद भी मौजूद थे।
उन्होंने पुष्टि की है कि मृतकों में जेयूआई-एफ की तहसील खार आमिर मौलाना जियाउल्लाह भी शामिल है। जिला इमरजेंसी अफसर ने साझा किया कि घायलों को तिमेरगारा और पेशावर भी स्थानांतरित किया जा रहा है।
बिलावल ने जताया दुख
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि संघीय और प्रांतीय सरकारों को आतंकवादियों के मददगारों को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए। मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त करते हुए बिलावल ने कहा कि आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों को खत्म करने की जरूरत है।
जमात-ए-इस्लामी के अमीर सिराजुल हक ने भी विस्फोट की निंदा की और कहा कि इसका उद्देश्य देश में अराजकता फैलाना था।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी तत्व और उनके मददगार अपनी नापाक महत्वाकांक्षाओं में सफल नहीं हो पाएंगे। हक ने सरकार से विस्फोट की तत्काल जांच कराने का भी अनुरोध किया।