देश की शीर्ष पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 13,750 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया।
यह पिछले एक दशक में सर्वाधिक तिमाही प्रॉफिट है। पेट्रोल और डीजल पर रिफाइनिंग मार्जिन बढ़ने से कंपनी को फायदा हुआ है।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बीती तिमाही में कंपनी ने 13,750.44 करोड़ रुपये का प्रॉफिट अर्जित किया जबकि पिछले साल की समान अवधि में उसे 1,992.53 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
प्रॉफिट का यह आंकड़ा जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में करीब 37 प्रतिशत अधिक है। उस दौरान कंपनी ने 10,058.69 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था।
पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले कितना मुनाफा: इंडियन ऑयल ने 2022-23 के समूचे वित्त वर्ष में अर्जित लाभ का आधा हिस्सा एक ही तिमाही में अर्जित कर लिया है। पिछले समूचे वित्त वर्ष में कंपनी ने 24,184 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था।
इसके पहले इंडियन ऑयल ने एक तिमाही में सर्वाधिक लाभ जनवरी-मार्च, 2013 में कमाया था जब उसे 14,513 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
तिमाही में इंडियन ऑयल की कर-पूर्व आय 44.5 प्रतिशत बढ़कर 22,163 करोड़ रुपये हो गई जबकि जनवरी-मार्च तिमाही में यह 15,340 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने एक बैरल कच्चा तेल को ईंधन में तब्दील करने पर 8.34 डॉलर कमाया जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 31.81 डॉलर प्रति बैरल था।
कच्चे तेल की कीमतों को समायोजित करने के बाद ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 9.05 डॉलर प्रति बैरल रहा।