कर्नाटक हाई कोर्ट के 6 जजों को जान से मारने की धमकी मिली है। बेंगलुरु में साइबर क्राइम पुलिस ने HC के एक कर्मचारी को धमकी भरा मेसेज आने के बाद केस दर्ज कर लिया है।
संदेश भेजने वाले ने अपनी पहचान उजागर नहीं की। अदालत के जनसंपर्क अधिकारी मुरलीधर ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें व्हाट्सएप पर धमकी भरा मेसेज मिला।
इसे भेजने वाले ने 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी है। उसने इन पैसों को पाकिस्तान में ‘एबीएल एलाइड बैंक लिमिटेड’ के अकाउंट में जमा कराने के लिए कहा है।
शिकायत के मुताबिक, मुरलीधर को 12 जुलाई की शाम करीब 7 बजे उनके आधिकारिक मोबाइल नंबर पर मेसेज आया था। इसे भेजने वाले ने धमकी दी कि अगर पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ तो वह कर्नाटक हाई कोर्ट के 6 जजों को मार डालेगा।
इन न्यायाधीशों में जस्टिस मोहम्मद नवाज, एच टी नरेंद्र प्रसाद, अशोक जी निजगन्नावर, एच पी संदेश, के नटराजन और बी वीरप्पा के नाम शामिल हैं। धमकी देने वाले ने यह भी कहा कि वह दुबई गैंग से जुड़ा हुआ है। उसने शिकायतकर्ता को कई नंबरों से संदेश भेजे हैं।
‘यह इंडियन हमारे आपके शूटर हैं’
शिकायतकर्ता के अनुसार मेसेज भेजने वाले ने लिखा कि ‘यह इंडियन हमारे आपके शूटर हैं।’ पुलिस की ओर से 14 जुलाई को इसे लेकर केस दर्ज किया गया।
इस मामले में सेंट्रल सीईएन पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 75 (भारत के बाहर किया गया अपराध या उल्लंघन), 66F (साइबर आतंकवाद), भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी), 507 (गुमनाम संचार से आपराधिक धमकी) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) के तहत मामला दर्ज किया। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है।
विस्फोटक से भरे टैंकर की सूचना गलत
गौरतलब है कि एक व्यक्ति ने रविवार को मुंबई पुलिस को फोन कॉल करके दावा किया कि विस्फोटकों से भरा टैंकर गोवा की तरफ बढ़ रहा है।
हालांकि, अधिकारी ने कहा कि फोन कॉल करने वाले का दावा झूठा निकला। अज्ञात व्यक्ति ने दोपहर में मुंबई स्थित पुलिस महानिदेशक नियंत्रण कक्ष को फोन कॉल करके कहा कि विस्फोटकों से भरा टैंकर मुंबई-गोवा राजमार्ग पर है।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मुंबई से 290 किलोमीटर दूर रत्नागिरी जिले के संगमेश्वर में उस टैंकर को रोका, जिसका विवरण फोन करने वाले व्यक्ति ने दिया था।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने टैंकर का निरीक्षण किया, लेकिन उसमें से कोई संदिग्ध पदार्थ नहीं बरामद किया जा सका। इसके बाद टैंकर को जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।