प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
प्रत्येक साल सावन मास की शुक्ल पंचमी को नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है।
सनातन हिंदू परंपरा में सभी जीव–जंतुओं को भगवान का दर्जा दिया गया है। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा की जाती है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन नाग देवता की पूजा करने से सांपों से परिवार की सुरक्षा होती है।
इसके अलावा, जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष है उन्हें भी नाग पंचमी की पूजा से लाभ मिलता है। आइए जानते हैं नाग पंचमी की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से।
21 अगस्त को नाग पंचमी का त्योहार
सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2023 के सावन माह की शुक्ल पंचमी तिथि 21 अगस्त को रात के 12 बजकर 30 मिनट पर शुरू हो रही है।
जबकि 22 अगस्त को रात 2 बजकर 1 मिनट पर यह समाप्त होगी। हालांकि, उदया तिथि मान्य होने के कारण नाग पंचमी का त्यौहार 21 अगस्त के दिन सोमवार को ही मनाया जाएगा।
शुभ मुहूर्त
साल 2023 में नागपंचमी के दिन पूजा के लिए करीब ढाई घंटे का शुभ मुहूर्त है। नाग पंचमी के दिन सुबह 5 बजकर 53 मिनट से लेकर 8 बजकर 30 मिनट तक पूजा पाठ कर सकते हैं।
दूसरी ओर इस बार के नागपंचमी और 2 और शुभ योग भी बन रहे हैं। इस दिन सुबह से लेकर रात 10 बजकर 21 मिनट तक शुभ योग है इसके बाद पूरी रात शुक्ल योग रहेगा।
जा विधि
नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। इस दिन भक्तों को पूजा के लिए मिट्टी से नाग देवता की प्रतिमा बनानी चाहिए। इसके बाद नाग देवता पर हल्दी, सिंदूर, चावल और फूल चढ़ाएं।
अब कच्चे दूध में घी, चीनी मिलाकर नाग देवता का अभिषेक करें। पूजा समाप्त होने के बाद अंत में नाग देवता की कथा का पाठ करें और आरती करें।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।