निर्वाचन कार्य को गंभीरता से करने के लिए दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
आगामी विधानसभा निर्वाचन-2023 की तैयारियों को लेकर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आकाश छिकारा ने जिले के सभी सेक्टर अधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर निर्वाचन कार्य को गंभीरता से करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कमीशनिंग के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के संचालन को भली-भांति समझ लें।
जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आकाश छिकारा ने कहा कि सेक्टर अधिकारी का निर्वाचन प्रबंधन में अहम भूमिका होती है, यह पीठासीन अधिकारी, मतदान दल, रिटर्निंग अधिकारी तथा जिला निर्वाचन अधिकारी के मध्य एक लिंक की तरह कार्य करते है।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन की घोषणा होने के उपरांत से निर्वाचन प्रक्रिया होने तक सेक्टर अधिकारी उक्त प्रक्रिया हेतु जिम्मेदार होते है।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी पूर्वक करने को कहा।
उन्होंने सेक्टर अधिकारियों से संयुक्त रूप से अपने सेक्टर के मतदान केन्द्र का लोकेशन का सत्यापन, रूट मैप तैयार करना, मतदान केन्द्र भवन में मूलभूत सुविधाओं का आकलन, मतदान केन्द्र में इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता, मतदाता जागरूकता गतिविधियां, वर्नरेबलिटी मैपिंग, अंतिम दो आम चुनाव का मतदाता प्रतिशत, मतदान क्षेत्र का नक्शा जिसमें मतदान क्षेत्र की प्रमुख स्थान तथा मतदान केन्द्र भवन प्रदर्शित हो रहा हो और संवेदनशीलता का निर्धारण करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रपत्र में जानकारी एकत्रित कर जिला निर्वाचन कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा। बैठक में जिले के संवेदनशील, अतिसंवेदनशील तथा सामान्य मतदान केन्द्र के बारे में भी जानकारी ली गई।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने कहा कि सभी सेक्टर अधिकारी उन्हें आबंटित मतदान केन्द्रों में ईवीएम-वीवीपैट के प्रचार-प्रसार का कार्य भी करें।
उन्होंने सेक्टर अधिकारियों को आबंटित प्रत्येक मतदान केन्द्रों का भ्रमण करने तथा मतदान केन्द्रों तक पहुंचने के लिए रोड, पुल, पुलिया सहित रूट परिवर्तन की स्थिति की जानकारी लेते हुए रिटर्निंग अधिकारी को सूचना देने निर्देशित किया।
बैठक में पिछले चुनाव में गांव या क्षेत्र में जातियों, समुदाय या समूह के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता या राजनीतिक घटना घटित हुई हो, विभिन्न चुनाव के दौरान अपराधिक घटना, उन व्यक्तियों का नाम जिन्हें पिछले एक वर्ष में तड़ीपार या हिरासत मे लिया हो, किसी जाति, समूह या परिवार की महिलाओं को यह डर है कि उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग से रोका जायेगा तथा पिछले आम चुनाव के दौरान गांव एवं क्षेत्रों में उम्मीदवारों द्वारा नगदी, शराब, मोबाइल रिचार्ज, लंच आदि के प्रलोभन के मामले सामने आए हो तो ऐसी जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर अविनाश भोई, उप पुलिस अधीक्षक सुश्री निशा सिन्हा, डिप्टी कलेक्टर टी.आर. देवांगन, सभी एसडीएम, सर्व सेक्टर अधिकारी व सेक्टर हेतु नियुक्त पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।