बड़ी सफलता प्राप्त करने के लिए आपको कई तरह से संघर्ष करना पड़ेगा।
इसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए। बड़ी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने से पहले हो सकता है कि आपको कई बार असफलता हाथ लगे।
आपको अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना होगा। ये बातें साइंस कॉलेज, पटना में आयोजित मोटिवेशनल कार्यक्रम में यूपीएससी 2022 में 240वां स्थान प्राप्त करने वाले साइंस कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र शशि शेखर ने कहीं।
उन्होंने बताया कि मैंने तैयारी की। कई बार परीक्षा दी। चयन नहीं हो रहा था। इसी बीच 2020 में कोविड जैसी भयानक महामारी आयी और मैंने व्यवस्था को चरमराते देखा।
लेकिन मैं एकबार फिर से तैयारियों में जुट गया। काफी मेहनत के बाद सफलता मिली। उन्होंने छात्रों को बताया कि आप फेल होने से डरे नहीं।
जहानाबाद के रहने वाले शशि शेखर की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सरकारी प्राथमिक स्कूल से पूरी हुई थी। इसके बाद निकटवर्ती कस्बे कुर्था के रामरतन हाई स्कूल, जहानाबाद से 10 वीं तक की पढ़ाई पूरी की।
पटना साइंस कॉलेज से 2006-2008 में इंटर किया। यहीं से फिजिक्स ऑनर्स व एमएससी फिजिक्स पास किया। उन्होंने 2014 से हिंदी मीडियम से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी थी।
वह तैयारी करने दिल्ली आए थे। लेकिन 2017 में उन्होंने अटेम्प्ट देने छोड़ दिए। फिर 2022 का अटेम्पट उनका सफल रहा।
उन्होंने कहा कि साइंस कॉलेज में नामांकन होने के बाद ही छात्र दूसरे कॉलेजों से अधिक छात्रों का मनोबल ऊपर होता है। बिहार बोर्ड में अच्छे अंक आने की वजह से 2006 में 11 हजार रुपए की स्कॉलरशिप बिहार सरकार ने दी थी।
स्नातक और स्नातकोत्तर फिजिक्स विषय से किया। कार्यक्रम में 500 से अधिक छात्र/छात्राओं ने भाग लिया। प्राचार्य प्रो. आरके मण्डल और विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार ने प्रतीक चिह्न, शॉल और पुस्तक देकर शशि शेखर को सम्मानित किया।
छात्रों को दिये सफलता के मंत्र
– सिलेबस व पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन करें
– एक सही वैकल्पिक विषय का चुनाव करें
– गहराई से तैयारी करने में उचित तथा स्टैण्डर्ड पुस्तकों/मटेरियल का योगदान
-12-13 माह तपस्वी जैसा जीवन जीकर अनुशासन एवं लगनपूर्वक तैयारी की रणनीति बनाएं
– प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट को ज्यादा से ज्यादा हल व उनका विश्लेष्ण करें
– तैयारी से पहले एक बेसिक आधार के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों को आधार बनाएं
– सोशल मीडिया का सही उपयोग कैसे किया जाए व उससे होने वाले फायदे के बारे में बताया
-छात्रों को नियमित तौर पर अंग्रेजी व हिन्दी न्यूज पेपर पढ़ना चाहिए
-सभी विषयों पर कैसे समय दिया जाए,यह भी बताया।