कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रोद्योगिकी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने 17 जुलाई को मनाये जा रहे छ.ग. के पारंपरिक पर्व हरेली तिहार के अवसर पर आम नागरिकों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है। हरियाली अमावस्या को मनाया जाने वाला हरेली त्यौहार का छत्तीसगढ़ के जनजीवन में व्यापक प्रभाव देखा जा सकता है।
इस दिन किसान भाई नांगर (हल) एवं कृषि औजार की पूजा करते है, जो हमारे कृषि प्रधान संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।
वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो हरेली पर्व का महत्व धरती को हरा-भरा बनाये रखने के लिए पेड़-पौधे की महत्ता को भी प्रदर्शित करता है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री ने नागरिकों एवं किसानों की खुशहाली की कामना की है। केबिनेट मंत्री साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा तीन वर्ष पूर्व 20 जुलाई 2020 से गोधन न्याय योजना के तहत हरेली तिहार के दिन से गोबर खरीदी कार्य की शुरुआत की की गई थी।
इससे ग्रामीण कृषि अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत हो रही है। इस योजना से गौ पालक एवं महिला स्व-सहायता समूह को स्वावलंबी बनाया जा रहा है।
केबिनेट मंत्री ने कहा है कि गत वर्ष 2022 में हरेली तिहार के दिन प्रदेश सरकार द्वारा 4 रु प्रति लीटर की दर से गो मूत्र की ख़रीदी अभियान की शुरुआत की थी।
इससे पशुधन संवर्धन को बढ़ावा मिल रहा है साथ ही जैविक खेती को भी प्रोत्साहन मिल रहा है।