नरवा विकास योजना से सिंचाई सुविधाओं में विस्तार, जल संरक्षण को मिल रहा बढ़ावा किसानों के जीवन स्तर में हो रहा सुधार
दंतेवाड़ा, 14 जुलाई 2023। नरवा विकास योजना छत्तीसगढ़ शासन की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसका मूल उद्देश्य नदी-नालों एवं जल स्रोतों को पुनर्जीवन प्रदान करना है।
आज नरवा विकास योजना ने राज्य के नरवा एवं जल स्रोतों के उपचारित करने, भूमिगत जल स्तर सुधार एवं मृदा क्षरण रोकने में महती भूमिका निभा रही है। योजना से सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि होने से अब किसान भी रबी फसल लेने के लिए प्रोत्साहित हो रहे है।
जिले में जनपद पंचायत कुआकोंडा अंतर्गत नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी जैसी महत्वपूर्ण योजना से जल संरक्षण संवर्धन एवं ग्रामीणों को पारंपरिक जल स्रोतों के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। खेतों में लूज बोल्डर चेक डेम, मेढ़ बंधान कार्य होने से कृषकों को लाभ मिल रहा है।
खेतों में पानी की सुविधा होने से कृषकों का कृषि के प्रति रुझान बढ़ा है। जिससे सभी किसानों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है । नरवा कार्यक्रम के तहत गांव के खेतों में पानी का स्त्रोत बढ़ने से गांव के कृषकों के लिये वरदान साबित हो रहा हैं। साथ ही पशुओं के लिये चारा एवं पानी की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो रहा है।
पहले गांव में सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता नहीं होने के कारण खेतों से पानी बह जाने के कारण रबी फसल करने में जल की आपूर्ति कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
साथ ही गांव के आम जनता को निस्तारीकरण हेतु विभिन्न प्रकार के कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब नरवा विकास से के माध्यम से सिंचाई सुविधाओं के विस्तार से किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है। इस योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। साथ ही जल संरक्षण संवर्धन को बढ़ावा मिल रहा है।