Latest National News : नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली रेल ब्रिज पर सुबह 6 बजे जल स्तर 208.41 पर पहुंच गया। वहीं दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भरने लगा है और सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों से घर छोड़ने की अपील की है। इस बार यमुना के जल स्तर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली में लोगों ने शिविरों और फ्लाइओवर के नीचे आसरा लिया है।
दिल्ली सरकार ने मांगी सेना से मदद
पूरी रात दिल्ली सरकर की टीमें डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के पास ड्रेन नंबर 12 के रेगुलेटर के पास नाले में आई दरार को ठीक करने के लिए काम करती रहीं। फिर भी इस दरार को ठीक नहीं किया जा सका है। यहां से यमुना का पानी शहर में प्रवेश कर रहा है। इसके कारण आईटीओ और आसपास बाढ़ आ रही है। इंजीनियर पूरी रात काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मैंने मुख्य सचिव को सेना, एनडीआरएफ की मदद लेने का निर्देश दिया है, इसे तत्काल ठीक किया जाने की जरूरत है।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बुधवार को ही कई इलाकों में धारा -144 लागू कर दी थी। दो दिन में दिल्ली में ज्यादा बारिश नहीं हुई है लेकिन यह अधिकांश पानी हिमाचल और हरियाणा से आ रहा है। बाढ़ के हालात को देखते हुए ट्रैफिक में बड़े बदलाव किए गए हैं। इसके अलावा बाहरी वाहनों की आवाजाही पर आंशिक रोक लगाई गई है। दिल्ली के वीवीआईपी इलाके तक पानी पहुंच गया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल का घर भी इससे अछूता नहीं है।
मंत्री आतिशी ने बैठक कर जाना हाल
यमुना के पानी को लेकर कुछ देर पहले बैठक कर राजस्व मंत्री आतिशी ने दिल्ली का हाल जाना।अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की। उन्होंने पानी की स्थिति और यमुना से प्रभावित लोगों काे पहुंचाई जा रही मदद पर बात की। प्रभावित लोगों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
ट्रांस हिंडन के कई इलाकों में सुबह से ही बिजली कटौती
साहिबाबाद के ट्रांस हिंडन क्षेत्र के कई इलाकों में शुक्रवार सुबह से ही बिजली कटौती हो रही है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कौशांबी, वैशाली, वसुंधरा व इंदिरापुरम आदि क्षेत्रों में बिजली कटी। स्थानीय लोग विद्युत निगम के अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं पर कोई समाधान नहीं हो रहा। लोगों का कहना है सुबह-शाम सबसे ज्यादा बिजली कटौती हो रही है।
दिल्ली में अब पीने के पानी की किल्लत
में ज्यादातर रिहायशी इलाके और सड़कें जल-मग्न हो गई हैं। बाढ़ के पानी से परेशान दिल्लीवासियों को एक और मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। दरअसल, दिल्ली के तीन बड़े वाटर संयंत्र बंद हो गए हैं। इसकी वजह से लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ेगा। यमुना में आई बाढ़ की वजह से इन संयंत्रों को बंद करना पड़ा है।
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली में एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात की गईं
पीटीआई ने एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा कि उफनती यमुना के कारण आई बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली में एनडीआरएफ की कुल 16 टीमें तैनात की गई हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के उप महानिरीक्षक मोहसिन शहीदी ने संवाददाताओं को बताया कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन-तीन टीमें, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में पांच, मध्य क्षेत्र में चार और राष्ट्रीय राजधानी के शाहदरा इलाके में एक टीम तैनात की गई है। उन्होंने कहा, दिल्ली में कुल छह जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। केंद्रीय आकस्मिक बल ने मानसून से संबंधित आपदाओं को ध्यान में रखते हुए देश भर में लगभग 75 टीमें तैनात की हैं, जिनमें हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 11-11 टीमें और हरियाणा में नौ टीमें शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने गुरुवार को गांधी नगर में पुराने लोहे के पुल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में यमुना नदी का पानी भर गया है जो सड़कों पर फैल गया है। अरोड़ा ने विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) देपेंद्र पाठक, संयुक्त आयुक्त (पूर्व) छाया शर्मा, उपायुक्त (शाहदरा) रोहित मीना, उपायुक्त (पूर्वोत्तर) जॉय टिर्की और अन्य अधिकारियों के साथ पुल और अन्य स्थानों का दौरा किया। हिंदी में एक ट्वीट में, दिल्ली पुलिस ने कहा कि अरोड़ा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और विपरीत परिस्थितियों में राहत और बचाव कार्य कर रहे पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहित किया।
बाढ़ का पानी आगे बढ़कर हरियाणा के 854 गांवों तक पहुंच गया है
पिछले 24 घंटों में यमुना, टांगरी, घग्गर और मारकंडा नदियों की बाढ़ का पानी 105 से अधिक गांवों तक पहुंच गया है और अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, सोनीपत, पंचकुला, झज्जर और यमुनानगर जिलों तक फैल गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य में हुई पांच मौतों के साथ, गुरुवार को मरने वालों की संख्या 16 तक पहुंच गई और कुल 126 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 106 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।