महाराष्ट्र में जल्द एक और राजनीतिक उथल-पुथल होने के आसार हैं।
खबर है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार में मंत्रालयों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त मंत्रालय मिल सकता है।
साथ ही नई व्यवस्था में कई मौजूदा मंत्रियों को भी पद गंवाने पड़ सकते हैं। जुलाई की शुरुआत में ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में फूट के बाद अजित की अगुवाई में कुछ नेता एनडीए सरकार में शामिल हो गए थे।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीएम आवास ‘वर्षा’ में हुई करीब डेढ़ घंटे की बैठक में कैबिनेट फॉर्मूले पर सहमति बन सकती हैं।
संभावनाएं जताई जा रही हैं कि दो दिनों में कभी भी राज्य में कैबिनेट विस्तार हो सकता है, जिसके तहत संजय शिरसट और भरत गोगावले समेत 10 नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है।
कहा जा रहा है कि शिवसेना के विधायकों ने सीएम शिंदे संग बैठक में जातिगत समीकरणों का भी ध्यान रखे जाने की बात कही है।
नए चेहरों इन, दिग्गज आउट
रिपोर्ट के मुताबिक, कई विधायकों का मानना है कि उदय सामंत, दादा भुसे, संजय राठौड़, शंभूराज देसाई, अब्दुल सत्तार और दीपक केसरकर 2014, 2019 और 2022 में से कभी भी भी कैबिनेट मंत्री या राज्य मंत्री रह चुके हैं।
ऐसे में इस बार नए चेहरों को शामिल किया जाना चाहिए। खास बात है कि एनसीपी के एक गुट के एनडीए सरकार में शामिल होने के बाद तनाव के कयास लगाए जा रहे थे।
भाजपा में ज्यादा असंतोष?
कहा जा रहा है कि भले ही नजर न आ रहा हो, लेकिन मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी में भी उठा पटक जारी है। खबर है कई नेता जानना चाहते हैं कि उन्हें इस बार मौका मिलने जा रहा है या नहीं।
संभावनाएं हैं कि भाजपा की ओर से इस बार संजय कुटे, माधुरी मिसल, आशीष शेलार और नीतीष राणे समेत कुछ नेताओं को कैबिनेट विस्तार में शामिल किया जा सकता है।