रूस में वैग्नर सैन्य समूह द्वारा सत्ता परिवर्तन की कोशिश का पूरा एपिसोड किसी फिल्म की तरह था।
यह पूरा एपिसोड ड्रामे की तरह शुरू हुआ और अचानक खत्म हो गया। लोगों को पता भी नहीं चला कि बेलारूस के राष्ट्रपति ने आखिर पुतिन और प्रीगोझिन के बीच क्या डील करवा दी कि पल भर में उन्होंने अपने सारे इरादे बदल लिए।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सत्ता में दो दशक से अधिक के कार्यकाल को सबसे बड़ी चुनौती देते हुए ‘वैग्नर ग्रुप’ के प्रमुख येवगेनी प्रीगोझिन ने गत सप्ताहांत अपने लड़ाकों को मॉस्को की तरफ कूच करने का आदेश दिया था।
हालांकि प्रीगोझिन ने अचानक क्रेमलिन के साथ समझौता कर पीछे हटने और बेलारूस जाने की घोषणा कर दी थी।
अब सवाल यह है कि आखिर वैग्नर के सैनिक कहां गए। क्या पुतिन पहले ही तरह शासन करते रहेंगे? क्या प्रीगोझिन वैग्नर की लीडरशिप छोड़कर रिटायर हो जाएंगे।
अब रूस क्या करेगा? रूस के रक्षा मंत्री ने सोमवार को बताया कि अब सब कुछ सामान्य है। हालांकि शनिवार को भाषण देने के बाद पुतिन नजर नहीं आए। शनिवार को उन्होंने कहा था कि जो लोग भी रूस के खिलाफ बगावत कर रहे हैं उन्हें परिणाम बुगतना होगा।
क्या बोला अमेरिका
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सप्ताहांत की घटनाओं को ”असाधारण” करार दिया और कहा कि 16 महीने पहले पुतिन यूक्रेन की राजधानी पर कब्जा करने को तैयार थे और अब उन्हें उस व्यक्ति के नेतृत्व वाली सेनाओं से मॉस्को की रक्षा करनी पड़ रही है, जो कभी उनका शिष्य था।
ब्लिंकन ने चैनल ‘एनबीसी’ के ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में कहा, ”मुझे लगता है कि हमने रूस की दीवार में और अधिक दरारें उभरती देखी हैं।’ उन्होंने कहा, ”अभी यह बताना जल्दबाजी होगी कि आगे की दशा और दिशा क्या होगी, लेकिन निश्चित रूप से हमारे पास कई सवाल हैं, जिन्हें आने वाले हफ्तों या महीनों में पुतिन को सुलझाना होगा। ”
यूक्रेन ने क्या कहा
वहीं एक साल से ज्यादा वक्त से रूसी आक्रमण झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि जो बाइडेन ने रूस के खोखलेपन को सामने ला दिया है।
यूक्रेन ने इस बात की भी उम्मीद जताई कि हो सकता है इस घमासान से उसकी सेना को मदद मिले और वह अपने क्षेत्रों पर दोबारा कब्जा कर सके।
जिन योद्धाओं ने यूक्रेन में खूनी खेल खेलकर बाखमुत और अन्य कई जगहों पर कब्जा किया था आखिर वे कहां गए। क्या वे फिर से यूक्रेन में युद्ध लड़ने लौट जाएंगे।
बताया जा रहा है कि उन्हें रूसी सेना की ओर से उनके साथ आने का ऑफर दिया गया होगा और वे सेना में शामिल हो गए होंगे। शनिवार को प्रीगोझिन अपनी कार से जाते हुए दिखे थे।
लोग उनको देखकर चिल्ला रहे थे। यह नहीं स्पष्ट हो पाया कि उनके कदम की लोग प्रशंसा कर रहे थे या फिर उन्हें चिढ़ा रहे थे।