गुजरात के जूनागढ़ में सड़क पर बनी अवैध दरगाह हटाने के नोटिस को लेकर शुक्रवार रात जमकर बवाल हुआ।
इस दौरान करीब 300 लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी।
हस हमले एक डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना से पूरे इलाके में तनाव है, लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस पूरे इलाके में गश्त कर रही है।
जानकारी के अनुसार, जूनागढ़ नगर निगम की तरफ से रास्ते बीच में बनी अवैध दरगाह हटाने का नोटिस दिया गया था। दरगाह पर नोटिस चिपकाने के बाद लोग सड़कों पर उतर आए और भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया।
वहीं, मजेवड़ी चौक स्थित पुलिस चौकी में लोगों ने जमकर तोडफोड़ की और पुलिस टीम पर पथराव करने के साथ ही बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है।
पुलिस के मुताबिक, उपद्रवियों ने हिंसा के दौरान कई गाड़ियां भी फूंक दी। उपद्रव को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इलाके में काफी तनाव बताया जा रहा है। यहां बड़ी तादाद में जवानों को तैनात कर इलाके को छावनी में बदला गया है।
क्या है पूरा मामला?
जूनागढ़ के उपरकोट एक्सटेंशन के मजेवाड़ी दरवाजे के सामने एक दरगाह है। प्रशासन के मुताबिक, इस दरगाह में अवैध निर्माण किया गया है।
नगर निगम ने इस अवैध निर्माण को हटाने के लिए दरगाह कमेटी को नोटिस दिया था। नगर निगम की ओर से दरगाह को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि अगले 5 दिन के अंदर इस धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किए जाएं वरना इसे तोड़ दिया जाएगा और इसका खर्च आपको वहन करना रहेगा।
स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही शुक्रवार रात कुछ उपद्रवी लोग इकट्ठा होकर हिंसा पर उतारू हो गए और जमकर तोड़फोड़ और पथराव किया गया।
पुलिस ने जब उपद्रवियों को काबू करने की कोशिश की और लाठीचार्ज किया तो उन्होंने पुलिस चौकी पर भी हमला कर दिया। पुलिस को आखिरकार भीड़ को वहां से हटाने के लिए ज्यादा पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात करना पड़ा।