छत्तीसगढ़ में पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री बघेल ने उन्हें हड़ताल के कारण अटके कार्यों को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिए।
गुरुवार रात हड़ताल खत्म कर पटवारी संघ के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्र एवं युवा वर्ग के कार्यों को तत्परता से करने के सख्त निर्देश दिए हैं। ज्ञात हो कि सरकार ने भारी संख्या में नौकरी का पिटारा खोल दिया है, जिससे प्रदेश में युवा वर्ग उत्साहित हैं।
सभी को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। इस दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी नए आयाम गढ़ रही है। इस स्थिति को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है।
मुख्यमंत्री बघेल ने पटवारियों को निर्देश दिए हैं कि जन सेवा के कार्य को प्राथमिकता से पूरा करें। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को पटवारियों की हड़ताल के कारण बाधित कार्यों को शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पटवारी संघ 15 मई से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे।
इसके कारण आमजन को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। जबकि आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य में शासकीय पदों में भर्ती के लिए रास्ता खुला और मुख्यमंत्री के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में सभी विभागों में मोशन मोड़ पर बड़े पैमाने में रिक्त पदों पर भर्तियां जारी हैं।
जिसके लिए जरूरी दस्तावेजों जैसे- जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र बनवाने में पटवारी की मुख्य भूमिका है।
पटवारियों की हड़ताल के चलते शिक्षा सत्र चालू होने से विद्यार्थियों को भी जाति, निवास, आय जैसे जरूरी दस्तावेज प्राप्त करने में भी कठिनाई हो रही थी।वहीं किसानों, आम जनता के राजस्व संबंधी कार्यों को निपटाने में, राजस्व विभाग से जुड़ी अत्यावश्यक सेवाओं में भी बाधा आ रही थी।
जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने विशेष पहल करते हुए पटवारियों की हड़ताल खत्म करवाई।