गार्डन में तालाबंदी के खिलाफ हुए भाजपा पार्षद : नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने कहा- पार्षद के खिलाफ होनी चाहिए बर्खास्तगी की कार्रवाई
OFFICE DESK : भिलाई नगर निगम के वार्ड 7 राधिका नगर स्थित गार्डन में नोटिस चस्पा कर ताला लगाना वहां के पार्षद को महंगा पड़ सकता है। इस कार्रवाई का भाजपा पार्षदों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा का कहना है कि पार्षद को किसी भी शासकीय संपत्ति या उसके गेट पर ताला लगाने का अधिकार नहीं है। अगर कोई पार्षद ऐसा करता है तो नगर निगम संविधान की धारा 19अ के तहत उसके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जानी चाहिए।
भोजराज सिन्हा के मुताबिक उन्हें जानकारी मिली थी कि वार्ड 7 में वहां के पार्षद पार्षद आदित्य सिंह ने गार्डन के गेट पर नोटिस चस्पा करके ताला लगा दिया है। इसके विरोध में उन्होंने आयुक्त से बात की तो उन्होंने कोई जानकारी होने से मना किया। इसके बाद उन्हें जब समाचार और नोटिस की फोटो दिखाई गई तो उन्होंने इसे पूरी तरह से गलत बताया । नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि नगर पालिक निगम के किसी भी पार्षद को शासकीय संपत्ति या उसके गेट में ताला लगाने का अधिकार नहीं है।
अगर पार्षद को कोई आपत्ति थी तो उन्हें पहले यह मामला निगम आयुक्त या जोन आयुक्त के संज्ञान में लाना था। उसके बाद खुद तालाबंदी न करते हुए अधिकारियों के द्वारा ताला लगवाना चाहिए था।
कांग्रेस पार्षद आदित्य सिंह ने ऐसा करके पूरी तरह से गलत किया है। कोई पार्षद ऐसा करता है तो निगम उसके ऊपर कार्रवाई कर सकता है। निगम की धारा 19अ के तहत उसे उसके पद से बर्खास्त कर सकता है। आदित्य सिंह सत्ता पक्ष के पार्षद हैं इसलिए उनके ऊपर ये कार्रवाई नहीं की गई होगी, जबकि नियम से ये कार्रवाई होनी चाहिए थी।
पहले भी तालाबंदी को लेकर पार्षद के खिलाफ हो चुकी है कार्रवाई
पार्षद भोजराज सिन्हा ने बताया कि ऐसा पहली बार नहीं है जब निगम की संपत्ति पर पार्षद ने ताला लगाया हो और निगम ने उस पर कार्रवाई न की हो। पिछले कार्यकालों को देखा जाए तो वर्तमान पार्षद लालचंद वर्मा ने पिछले कार्यकाल में निगम के गेट में तालाबंदी की थी। इसको लेकर निगम ने उसके खिलाफ धारा 19अ के तहत बर्खास्तगी की कार्रवाई की थी।
यह है पूरा मामला
आदित्य सिंह वार्ड 07 राधिका नगर से पार्षद हैं। दो दिन पहले उन्होंने यहां के बाल उद्यान के गेट में ताला लगाकर उसे सील कर दिया। इसको लेकर कुछ लोगों ने निगम आयुक्त से शिकायत की थी।
लोगों का आरोप है कि गार्डन पहले काफी जर्जर स्थिति में था। उन लोगों ने मिलकर गार्डन की साफ सफाई करवाई और सुव्यवस्थित हो जाने के बाद वहां व्यायाम शाला शुरू की थी। अचानक गार्डन के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने इसका विरोध किया। आदित्य सिंह ने गार्डन के भी मुख्य द्वार पर नोटिस चस्पा करके ताला लगा दिया।
नोटिस में क्या लिखा है पार्षद ने
राधिका बाल उद्यान में पार्षद आदित्य सिंह द्वारा नोटिस चपसा कर ताला लगा दिया गया है। नोटिस में लिखा कि कुछ महीनों से आपसी विवाद और तनाव की स्थिति बनी हुई है। बार-बार शिकायत होने के कारण गार्डन को कुछ समय के लिए अस्थाई रूप से निगम प्रशासन को सूचित कर ताला बंद किया जा रहा है।
विवाद निपटने तक गार्डन की चाबी नगर निगम पार्षद कार्यालय में रखी जाएगी। इसे आवश्यक्तानुसार सफाई और पौधों में पानी डालने के लिए सुपरवाइजर और सफाई कर्मियों द्वारा खोला जाएगा। अगर किसी भी अन्य व्यक्ति द्वारा ताला खोलने या जबरदस्ती अंदर घुसने का प्रयास किया गया तो निगम प्रशासन द्वारा कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।